अजब गजब: इस ग्रह पर मिल सकता है सोना ही सोना, मिल जाए तो धरती के लोगों की खुल जाएगी किस्मत, नासा की तरफ से शुरू हो चुका है मिशन
- 16 साइकी पर मिल सकता है सोना ही सोना
- मिल जाए तो धरती के लोगों की खुल जाएगी किस्मत
- नासा की तरफ से शुरू हो चुका है मिशन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोने जैसी महंगी धातु बहुत से लोग नहीं खरीद पाते हैं। अगर किसी के पास एक दो किलो सोना हो तो उसको अमीर कह दिया जाता है। ऐसे में सोचिए किसी जगह पर सोने का पूरा भंडार हो तो? ऐसा कई लोगों ने सोचा होगा कि ऐसी कोई जगह हो जहां सोना ही सोना हो। बहुत से लोगों की तरफ से ये सर्च भी किया जा चुका है कि ऐसी कोई जगह हो जहां सोना ही सोना हो।
सौर्यमंडल में मिला एक लघुग्रह
बता दें, सौर्यमंडल में एक ऐसा लघुग्रह है, जहां पर सोना ही सोना है। साइंटिस्ट्स इसको 'गोल्ड प्लेनेट' के नाम से भी जानते हैं। इसमें मजे की बात ये है कि ये ग्रह भी नहीं है लेकिन फिर भी यहां की मिट्टी सही में सोना है। ये ग्रह नहीं बल्कि क्षुद्रग्रह है क्योंकि ये एक उल्कापिंड का टुकड़ा है। वैज्ञानिकों ने कई साल पहले इसको ढूंढा था लेकिन इस पर अब भी रिसर्च जारी है।
सोने का ग्रह
17 मार्च, 1852 को इतालवी खगोलशास्त्री एनीबेल डी गैस्पारिस ने इस ग्रह को ढूंढा था। लेकिन तब ये नहीं पता था कि इस ग्रह में सोना ही सोना है। जब ग्रह पर एडवांस टेक्नोलॉजी से रिसर्च की गई तब पता चला कि यहां पर सोना भरा है। इस ग्रह का नाम 16 साइकी है जो कि मंगल और बृहस्पति के बीच सूर्य की परिक्रमा करता है। इसका कोर निकल और लोहे का बना है। इसके अलावा इसमें भारी मात्रा में प्लैटिनम, सोना और कई और सारी धातुएं पाई जाती हैं। इसे एक डेड प्लानेट का हार्ट भी माना जाता है। जिसे एक समान रूप में बांटा जाए तो धरती पर मौजूद लोगों में से करीब 8 करोड़ की आबादी में हर कोई अरबपति हो जाएगा।
ग्रह पर है कितना सोना?
साइकी भी सूर्य की परिक्रमा करता है। जिसको पूरा करने में पृथ्वी के करीब 5 वर्ष लगते हैं। इसको अपनी धुरी पर चक्कर लगाने में करीब 5 घंटे लगते हैं। जो एक साइकी के एक दिन के बराबर होता है। इस ग्रह में पाई जाने वाली धातुओं में की कीमत खरबों में बताई गई हैं। नासा ने एक मिशन शुरू किया है जो जुलाई, 2029 तक साइकी के ऑर्बिट तक पहुंच जाएगा।