देश का ऐसा पहला रेलवे स्टेशन, जिसे संचालित करने का जिम्मा सिर्फ महिलाओं पर

देश का ऐसा पहला रेलवे स्टेशन, जिसे संचालित करने का जिम्मा सिर्फ महिलाओं पर

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-21 08:32 GMT

डिजिटल डेस्क। आमतौर पर रेलवे में नौकरी करने वालों में पुरुषों की संख्या ज्यादा होती हैं, लेकिन जयपुर से दिल्ली के रास्ते में पड़ने वाला एक स्टेशन ऐसा भी है, जो कहने को तो छोटा सा है, लेकिन बेहद साफ और स्वच्छ है। यह स्टेशन अपनी एक अनोखी पहल के लिए काफी चर्चित है। वो यह है कि यहां के उत्तर पश्चिमी रेलवे स्टेशन में हर पोस्ट पर महिला कर्मचारी की नियुक्ति की गई है। यह स्टेशन देश का पहला ऐसा स्टेशन बन गया है, जहां सभी पोस्ट पर महिला कर्मचारी नौकरी पर रही हैं।

यह स्टेशन मुख्य लाइन का ऐसा पहला स्टेशन है, जहां केवल महिलाएं ही सभी कामों संचालित करती हैं। गांधी नगर पर स्टेशन अधीक्षक से लेकर मुख्य टिकट कलेक्टर तक, स्टेशन मास्टर से लेकर टिकट रिजर्वेशन तक सभी छोटे-बड़े पदों पर महिलाओं को नियुक्त किया गया है। यहां प्रतिदिन लगभग 7000 यात्रियों का आना-जाना होता है। स्टेशन से प्रतिदिन करीब 50 ट्रेने निकतली हैं और इनमें से 25 स्टेशन पर रुकती भी हैं। 

यहां आने-जाने वाले लोग हरी झंडी दिखाने वाली गार्ड से लेकर टिकट चेकर और सफाई कर्मियों के रुप में महिलाओं को देखकर आश्चर्यचकित भी होते हैं और खुश भी। यहां की महिला कर्मचारी पूरी मुस्तैदी के साथ अपना काम करती नजर आती हैं।  

संयुक्त राष्ट्र ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें गांधी नगर रेलवे स्टेशन के बारे में सारी जानकारी देते हुए कहा गया है कि यहां 40 से अधिक महिला कर्मचारी हैं जो पुरुषों से अधिक कारगर तरीके से अपने काम की जिम्मेदारी को निभाती हैं। साथ ही ये भी बताया गया है कि महिला कर्मचारियों के स्टेशन संभालने के बाद यहां की सफाई व्यवस्था और अनुशासन व्यवस्था और भी बेहतर हुई है।

वैसे तो मुंबई का माटुंगा उपनगरीय स्टेशन भी महिलाओं दूारा संचालित किया जाता है, लेकिन गांधी नगर मुख्य लाइन का ये पहला स्टेशन है, जिसकी संचालन व्यवस्था की जिम्मेदारी पूरी तरह से महिलाएं संभाल रही हैं। जिसके लिए हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में इसे एक मील का पत्थर भी बताया है।

 

 

 

 

 

 

 


 

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