सुपरफिट दादी देचुकी है कैंसर को 2 बार मात
अजब -गजब सुपरफिट दादी देचुकी है कैंसर को 2 बार मात
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कुछ लोग को उम्र से कोई फरक नहीं पड़ता बस उनके अंदर कुछ अलग करने का एक जज्बा होता हैं। ऐसे लोग अपने बुलंद हौसलों को इतना मजबूत बना लेते हैं की मौत भी इन लोगो से खौफ खाने लगती हैं। आज हम आप को ऐसी एक सुपरफिट दादी के बारे में बताने जा रहे है उन्होंने न केवल दो बार कैंसर को मात दी हैं। बलकी एथलिट बन गई और रिकॉर्ड की तोड़ डाला।
75 पार सुपरफिट दादी पैट रीव्स को 36 साल की उम्र में पहली बार ब्रेन ट्यूमर का पता चला थी, लेकिन हारकर बैठने की बजाय उन्होंने वेटलिफ्टिंग शुरु कर दी। जिस के बाद उन्होंने वेटलिफ्टिंग में खुब पसीनी बहाया। आप को बता दे की इसी वेटलिफ्टिंग की वजह से दादी ने मौत को मात दी। इस कुछ दिनो बाद उन्हें दोबारा फिर कैंसर का सामना करना पड़ा। 1982 के बाद से अब तक 2 बार कैंसर शिकार हुई लेकिन खुद को मजबूत बनाए रखने के लिए मैराथन और वेटरलिफ्टिंग करने लगी और आज 200 से अधिक रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी है सुपरफीट दादी।
सुपरफिट दादी की जर्नी नहीं थी आसान
76 साल की उम्र में वेटलिफ्टिंग जैसे काम आसानी से कर ले है सुपरफीट दादी। जब उनको पता चला की उनको ब्रेन ट्यूमर हैं, उन्होंने अपने खान-पान में बहुत बदलाव किया और मैराथन दौडना शुरु कर दिया। इस उम्मीद में की उनकी फिटनेस ट्यूमर के बढ़ने की स्पीड कम कर देगी। दादी ने 10 सालों तक इंटरनेशनल और नेशनल वैश्विक स्पर्धाओं में भाग लेते में 42 किग्रा वर्ग में 135 किग्रा की डेडलिफ्टिंग की। 48 साल की उम्र में दादी को एक बार फिर टर्मिनल कैंसर का सामना करना पड़ा। इस बार 1993 में उन्हें ओस्टियोसारकोमा हो गया जो की हड्डी का कैंसर था।
हौसलों से जीत ली ज़िंदगी की जंग, बनी रिकॉर्ड ब्रेकर
इस के बाद भी दादी ने अपनी हेल्दी औऱ एक्टिव लाइफस्टाइल पर रोक नहीं लगने दी और इसे जारी रखा। आखिरकार 2016 के बीच वो कैंसर फ्री हो सकीं। लेकिन दादी की लड़ाई अभी भी बाकी थी। 2018 में एक ज़बरदस्त खतरनाक रोड एक्सीडेंट का शिकार हो गईं। हादसे की वजह से दादी के फेफड़े में फाइब्रोसिस हो गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें मात्र तीन महीने की ज़िंदगी का आसरा दिया। लेकिन दादी ने हार नहीं मानी और दादी ने अपनी हेल्दी औऱ एक्टिव लाइफस्टाइल जारी रखी जिसे की2022 में 60 किग्रा वजन उठाकर सबको चौंका दिया। जो उनकी उम्र और वजन वर्ग के लिए एक नया रिकॉर्ड था। पैट का कहना है कि अब बिना वेटलिफ्टिंग के अपनी ज़िंदगी इमैजिन ही नहीं कर सकती।