खंडवा: अनोखी शादी, बारात लेकर दुल्हों के घर पहुंची दुल्हनें
खंडवा: अनोखी शादी, बारात लेकर दुल्हों के घर पहुंची दुल्हनें
डिजिटल डेस्क, खंडवा। आपने हमेशा शादी रचाने के लिए दूल्हे को बारात ले जाते हुए देखा होगा, लेकिन इसके विपरीत मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की दो बहनें घोड़ी पर सवार होकर अपने दुल्हों के घर पहुंच गईं। दोनों बहनें साक्षी पाटीदार और सृष्टि पाटीदार 22 जनवरी यानी बुधवार को सिर पर साफा, आंखों में चश्मा और हाथ में तलवार लिए घोड़ी पर सवार होकर अपने दूल्हों को ब्याहने निकली थी। बैंड-बाजे के साथ निकली इस बारात ने दर्शकों को काफी आकर्षित किया। जब यह बारात विवाह स्थल पहुंची तो दूल्हें भी थिरकने के लिए मजबूर हो गए।
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Father of the brides says, "This is an age-long tradition of Patidar community. It is the responsibility of the society to help the govt in their campaign of "Beti Bachao". Daughters should be treated equally as men in society. This is the motive behind this tradition." (22.01) https://t.co/xJ6kdh8Ffr pic.twitter.com/VGHtb1v6Yh
— ANI (@ANI) January 24, 2020
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पाटीदार परंपरा से विवाह हुआ
दरअसल यह पाटीदार समुदाय की एक परंपरा है, जिसमें दुल्हा दुल्हन के नहीं बल्कि दुल्हन दुल्हे के घर बारात लेकर उसे ब्याहने जाती है। साक्षी और सृष्टि के पिता ने बताया कि "यह पाटीदार समुदाय की युगों पुरानी परंपरा है।" उनका कहना है कि "यह समाज की जिम्मेदारी है कि वह सरकार के बेटी बचाव अभियान में सहयोग दें। समाज में बेटियों और महिलाओं के साथ पुरूओं के समान बर्ताव किया जाना चाहिए। इस परंपरा के पीछे यही मकसद है।"
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पर्यावरण में सहयोग
साक्षी और सृष्टि की शादी में उनके परिजनों ने शादी समारोह का निमंत्रण किसी कार्ड के जरिए नहीं दिया, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में सहयोग देने के लिए उन्होंने रुमाल में निमंत्रण प्रिंट कराया था। वहीं दुल्हों की ओर से दिए गए इनविटेशन कार्ड्स के पीछे स्वच्छ भारत का लोगो प्रिंट कराकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का भी संदेश लिखाया गया। इसके अलावा शादी में अतिथियों को पीपल, नीम और तुलसी के 51-51 पौधें भेंट किए गए, जो औषधी के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं। दोनों बहनों के चाचा दीपक पाटीदार ने कहा कि "यह हमारी नई पहल है। हमें उम्मीद है कि इस रिवाज को भी लोगों द्वारा अपनाया जाएगा। पौधों को बच्चों की तरह पाला जाए तो प्रदूषण मुक्त से मुक्ति मिलेगी।"
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