आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चौकसी, ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की खैर नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए नागपुर में आर्टिफिशियल इंटलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया गया है। इसके तहत 250 बसों में सुरक्षा यूनिट लगाए गए हैं। सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टिट्यूट की प्रिंसिपल साइंटिस्ट मुक्ति अडवानी ने बताया कि इस सुरक्षा यूनिट के जरिए शहर की उन सड़कों का निरीक्षण किया जा रहा है जहां दुर्घटना की आशंका, ट्रैफिक जाम की स्थिति, आवागमन में अवरोध, राेशनी की कमी आदि की समस्या होती है। बसों में लगे सुरक्षा यूनिट नियंत्रण कक्ष में संकेत देते हैं कि बस में लगा सायरन किस मार्ग पर कितनी बार बजा। इस तरह का निरीक्षण करने के बाद उस मार्ग, घटनास्थल का प्रत्यक्ष दौरा कर व्यवधान का कारण जानने व उसे दूर करने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। नागपुर से शुरू इस पायलट प्रोजेक्ट के परिणामों का विश्लेषण करने के बाद सड़क परिवहन को अधिक सुरक्षित करने के लिए देश भर में यह तकनीक लागू करने की योजना है। केंद्रीय विज्ञान व प्राैद्योगिकी मंत्रालय द्वारा मई 2022 में पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की गई थी।
एडवांस ड्राइवर एसिस्टेंस सिस्टम का नहीं हो रहा इस्तेमाल
आर्टिफिशियल इंटलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल सड़क पर खतरों को भांपने, दुर्घटना के प्रति वाहन चालक को समय पर सचेत करने, सड़क सुरक्षा के लिए विविध स्तर पर सुधार करने के लिए किया जाता है। इस तकनीक में प्रौद्योगिकी व अभियांत्रिकी के जरिए सड़क सुरक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्तापूर्ण उपाय योजना(आयआरएएसटीइ) का उपयोग कर वाहन चालकों को सड़क दुर्घटना से पूर्व ही सचेत किया जाता है। एडवांस ड्राइवर एसिस्टंेस सिस्टम(एडीएएसआइ) के जरिए वाहन चालकों को जानकारी मुहैया कराई जाती है। इस प्रकल्प के तहत सभी मार्गों का विश्लेषण कर सड़कों के खराब हिस्सों का पता लगाना, सड़क से संबंधित मूलभूत सुविधाओं में सुधार करना, दुर्घटना संभावित स्थलों को चिन्हांकित करना है। आय-रास्ते प्रकल्प, आय-हब फाउंडेशन, भारतीय तंत्र ज्ञान संस्था- हैदराबाद, नवोन्मेष केंद्र, जे विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से शुरू डाटा बैंक व डाटा सेवा अंतर्गत अंतरशाखीय साइबर भौतिक व्यवस्था राष्ट्रीय मिशन, अप्लाइड कृत्रिम बुद्धिमत्ता संशोधन संस्था की मदद से यह प्रकल्प अमल में लाया जा रहा है। मुक्ति आडवानी ने बताया कि तेलंगाना में भी प्रकल्प की शुरुआत की गई तथा जल्द गुजरात में भी इसका उपयोग किया जाएगा। बसों में सुरक्षा यूनिट लगाने से बस दुर्घटनाओं मेंं कमी आने की संभावना उन्होंने जताई है।
Created On :   14 March 2023 10:28 AM IST