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मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना अनाथ बच्चों का बनी सहारा (सफलता की कहानी) योजनांतर्गत जिले में 03 बच्चों को मिला लाभ!
डिजिटल डेस्क | अशोकनगर कोविड -19 से अनेक परिवारों में आजीविका उपार्जन करने वाले माता-पिता की आकस्मिक मृत्यु हुई है,ऐसे प्रभावित परिवारों के बच्चो को सहायता दी जाने की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुये मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना आंरभ की गई है। इस योजना का उद्देश्य अनाथ बच्चो को आर्थिक एवं खाद्य सुरक्षा प्रदान करना है, ताकि वे गरिमापूर्ण जीवन निर्वाह करते हुए अपनी शिक्षा भी निर्विघ्न रूप से पूरी कर सके। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कोविड-19 महामारी की द्वितीय लहर के दौरान हताहत हुए पीड़ित परिवारों के दुख-दर्द को महसूस करते हुए पीड़ित परिवारों के समस्त बच्चों, जिनके परिवार से उनके माता-पिता का साया उठ गया था, उनकी जिम्मेदारी प्रदेश शासन ने पूरी करने का बीड़ा उठाया। अशोकनगर जिला मुख्यालय निवासी 03 बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ जाने से उनके उपर दुखों का पहाड़ खड़ा हो गया कि अब आगे की पढ़ाई तथा जीवन यापन कैसे हो।
इन बच्चों के सामने जीने के लिये कठिनाईयों और संघर्ष दौर शुरू होने वाला था। मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना मुसीबत के समय में सहारा बनी। अशोकनगर जिले में कलेक्टर श्री अभय वर्मा तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री जयंत वर्मा के संयुक्त प्रयासों से जिला मुख्यालय पर 02 परिवारों के 03 बच्चों अंकिता त्रिपाठी, रूद्र त्रिपाठी निवासी नाहर कालोनी कोलुआ रोड अशोकनगर तथा सूरज नामदेव निवासी बजरिया मोहल्ला अशोकनगर का चयन कर उनकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन ने उठाते हुए पोर्टल पर उनके आवेदन ऑनलाइन प्राप्त कर जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित कर उनके प्रकरणों की अनुमोदन/स्वीकृति की जाकर उनको 5000/- (पांच हजार रूपये) की आर्थिक सहायता प्रदान की जाने की आगामी कार्यवाही की गई। मुख्यमंत्री की मंशानुरूप बच्चों के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते उन्हें खाद्य एवं निशुल्क शिक्षा की सुविधा प्रदान किये जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
उक्त योजना के पात्र परिवारों को सहायता दिलाये जाने हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी के उचित निर्देशन में विभाग द्वारा भी सजगतापूर्वक कार्य किया गया। इस संबंध में बच्चों से चर्चा की गई तथा योजना से मिलने वाले लाभों के बारे में पूछा गया। संरक्षक बालिका निकेता ने बताया कि माता-पिता की असमय मृत्यु से मेरे ऊपर जो कुठाराघात हुआ उससे मेरे दोनों छोटे भाई-बहन के पालन-पोषण से लेकर उनके शिक्षा, स्वास्थ्य आदि की जिम्मेदारी मेरे ऊपर आ गई। प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन का इस कठिन समय में जो सहयोग मिला वह वास्तव में अभूतपूर्व है। मेरे पालकों के न होने पर भी जिला प्रशासन द्वारा उनके न होने का अहसास नहीं होने दिया और एक समर्थ संरक्षक की भांति मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े होना इस कठिन समय में सुखद अनुभव है। मैं और मेरा परिवार प्रदेश सरकार के मुखिया श्री शिवराज सिंह चौहान तथा जिला प्रशासन का हृदय से कृतज्ञ है।
बालिका अंकिता से चर्चा करने पर ज्ञात हुआ कि मुख्यमंत्री ने अपने मामा होने के फर्ज को निभाकर ऐसी गंभीर परिस्थिति में प्रदेश सरकार को हमारी सहायता हेतु हमारे साथ खड़ा कर हमें चिंता मुक्त किया है तथा हम उनके बहुत आभारी हैं। बालक रुद्र ने बताया कि कलेक्टर श्री वर्मा ने मेरी बड़ी बहन को मेरे संरक्षक के तौर पर नियत किया है अब वही मेरा ध्यान रखेगी । कलेक्टर के द्वारा मुझे इस योजना के अन्य विभागों में संचालित अन्य योजना का लाभ भी दिलाया है। मैं उनका बहुत आभारी हूँ।
बालक सूरज नामदेव ने बताया कि यदि शासन द्वारा सहायता न मिलती तो मेरे बड़े भाई को मेरे पालन पोषण में बहुत समस्या होती। जिला कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना योजना का लाभ मुझे दिलाकर मुझे कठिन परिस्थितियों से बचाया है। मैं उनका बहुत आभारी हूँ। संरक्षक बालक ऋषम ने बताया कि कोविड -19 की दूसरी लहर मेरे परिवार पर कहर बनकर टूटी मेरे परिवार के एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति मेरे पिताजी स्व श्री चंद्रेश नामदेव का और पूर्व में कैंसर से मेरी माताजी स्व.श्रीमती मीना नामदेव का असमय चले जाना हम दोनो भाईयों के लिए किसी वजपात से कम नहीं था।
Created On :   14 Jun 2021 9:23 AM GMT