बेटे की चाह में बहू पर जुल्म, पीडि़ता ने जहर पीकर दी जान
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। बेटियां हर क्षेत्र में बेटों से आगे निकलकर माता-पिता और समाज का नाम रोशन कर रही है। यही नहीं बेटियों को बराबरी का दर्जा देने तमाम तरह की योजनाएं और जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं। बावजूद इसके अभी भी समाज में ऐसे लोग है जो बेटों की चाह में पत्नी और बहू पर जुल्म करने से बाज नहीं आते। दो बेटियों के जन्म के बाद महिला को इतना प्रताडि़त किया गया कि उसने जहर का सेवन कर जान दे दी। जांच के बाद पुलिस ने प्रताडऩा देने वाले पति व सास, ससुर के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
अमरवाड़ा एसडीओपी रविन्द्र मिश्रा ने बताया कि २७ वर्षीय निर्मला और धसनवाड़ा निवासी संजय चौरे की शादी २०१८ में हुई थी। दंपती की दो बेटियां है। बड़ी बेटी तीन साल और छोटी बेटी १५ माह की है। बेटे की चाह रखने वाला पति और सास-ससुर निर्मला को शारीरिक व मानसिक प्रताडि़त करने लगे। प्रताडऩा इतनी बढ़ गई कि १७ दिसम्बर २२ को निर्मला ने जहर का सेवन कर लिया। प्राथमिक इलाज के बाद निर्मला को नागपुर रेफर किया गया था। नागपुर में इलाज के दौरान २१ दिसम्बर २२ निर्मला की मौत हो गई थी। मर्ग जांच और मायके पक्ष के बयान के आधार पर पति ३३ वर्षीय संजय चौरे, ६३ वर्षीय विजय चौरे और सास के खिलाफ धारा ४९८ ए, ३०४ बी, दहेज अधिनियम की धारा ३/४ के तहत मामला दर्ज किया है। तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दहेज के लिए भी बना रहे थे दबाव-
पुलिस ने बताया कि मायके पक्ष के बयान में सामने आया है कि पति संजय और सास-ससुर निर्मला पर मायके से दहेज लाने भी प्रताडि़त करते थे। निर्मला के मायके पक्ष से दहेज में ५० हजार रुपए भी दिए गए थे, लेकिन पति एक लाख रुपए ओर मायके से लाने निर्मला पर दबाव बना रहा था। दहेज न लाने पर उसे शारीरिक और मानसिक प्रताडऩा दी जा रही थी।
Created On :   20 Jan 2023 11:12 PM IST