गांव के कुएं में गिरने से बाघिन की मौत

Tigress dies after falling into village well
गांव के कुएं में गिरने से बाघिन की मौत
बदबू फैली तो पता चला गांव के कुएं में गिरने से बाघिन की मौत

डिजिटल डेस्क,  ब्रह्मपुरी (चंद्रपुर)। ब्रह्मपुरी तहसील के मंेडकी गांव के कुएं में एक बाघिन गिरने से मौत हो गई। बाघिन की मौत की जानकारी मिलने पर वनविभाग ने घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा कर बाघ का अंतिम संस्कार किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्रह्मपुरी वन विभाग  अंतर्गत उत्तर ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र के मेंडकी नियत क्षेत्र में मेंडकी गांव के रामाजी ठाकरे के गट क्रमांक 451 इस खेत के कुएं में गिरने से बाघिन की मौत हुई।  मंगलवार की सुबह जंगल परिसर में गश्त करते समय वनरक्षक लाडे को बदबू आ रही थी। उन्होंने परिसर के कुएं में झांक कर देखा तो परिसर के कुएं में मृत अवस्था में बाघ दिखाई दिया। मृत बाघिन की उम्र 4 से 5 वर्ष होकर वह पिछले 3 से 4 दिनों से कुएं में गिरने का अनुमान लगाया है।

घटना की जानकारी मिलने पर सिंदेवाही पशुधन विकास अधिकारी डा.लोंढे, ब्रह्मपुरी पशुधन विकास अधिकारी डा.पराते, नवरगांव पशुधन विकास अधिकारी डा.लाडे ने मौका पंचनामा व शविच्छेदन करने के बाद बाघ का अंतिमसंस्कार कर दिया। इस दौरान उपवनसंरक्षक दीपेश मल्होत्रा, तलोधी बा. वनपरिक्षेत्र अधिकारी महेश गायकवाड, क्षेत्र सहायक शेंदुरकर, सिंदेवाही वनपरिक्षेत्र अधिकारी सालकर, मानद वन्यजीव संरक्षक विवेक करंबेकर, इको प्रो. अध्यक्ष बंडू धोतरे, यश कायरकर व उत्तर ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र के उपस्थित थे।  बता दंे कि पिछले वर्ष के अंत तक 11 बाघों की मौत हुई थी। इस वर्ष की शुरुआत में यह पहली घटना हुई जबकि बाघ के हमले में बीते वर्ष कुल 51 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। बता दें कि, तोरगांव बुज परिसर में वनविभाग की टीम ने 1 जनवरी को नरभक्षी बाघ को पिंजरे में कैद किया था। 
 

Created On :   4 Jan 2023 4:50 PM IST

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