ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण का जनता ने उठाया बीड़ा

The public took the initiative to preserve the historical heritage
ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण का जनता ने उठाया बीड़ा
पहल ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण का जनता ने उठाया बीड़ा

नीलेश व्याहाडकर, चंद्रपुर ।   मन में कुछ अच्छा काम करने का निर्णय लिया तो, कोई भी काम मुश्किल नहीं है, न ही उम्र की सीमा है। जरूरत है तो सिर्फ इच्छाशक्ति, जोश और उत्साह की। यदि ऐसा रहा तो हर कार्य संभव हो सकता है। इसकी मिसाल है चंद्रपुर शहर के विट्‌ठल व्यायामशाला के बुजुर्ग व व्यायाम प्रेमी। उन्होंने चंद्रपुर की ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने और संजोने का काम शुरू कर दिया है। उनका यह कार्य युवाओं को प्रोत्साहित तथा मार्गदर्शन करने वाला साबित हो रहा है। चंद्रपुर शहर में प्राचीन विरासत के साथ कई धरोहरें हैं। जो आज भी इसके गौरवशाली इतिहास का गवाह है। इस ऐतिहासिक विरासत को संजोने के उद्देश्य से और पर्यटन की दृष्टि से इस विरासत को आने वाली पीढ़ी में भी देख सकें और संरक्षण व जतन के लिए बड़े-बुजुर्ग साथ आए हैं।  इन बुजुर्गों के काम को देखकर युवा भी इससे प्रेरित हुए हैं और उनसे जुड़कर इस मिशन से जुड़ गए हैं।

चंद्रपुर शहर के विट्‌ठल मंदिर वार्ड की विठोबा खिड़की, परकोट व बुर्ज सफाई अभियान की शुरुआत की गई। खिड़की की मिनार पर झाड़ियां उग गई हैं। परकोट सहित आसपास के परिसर में कचरे का आलम है। जिससे इस परकोट और खिड़की का अस्तित्व खतरे में पड़ गया था। हालांकि, खिड़की के पास का बुर्ज भी क्षतिग्रस्त हो गया है। यहां से पत्थर गिर गए हैं, कई जगह दरारें आ गई हैं। बड़े-बड़े पेड़ और घास है। साथ ही आसपास का इलाका भी इससे प्रभावित रहा है। इन्हें साफ करने का विचार विट्‌ठल व्यायामशाला के बुजुर्ग व्यायाम प्रेमियों के मन में आया और उन्होंने खुद आगे बढ़कर इस अभियान की शुरुआत की। इसके लिए उन्होंने कोई मदद नहीं ली। स्वयं चंद्रपुर की गोंडकालीन विरासत को बचाने और संरक्षित करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। वह हररोज सुबह अपने घर से फावड़ा, झाड़ू, चाकू, कुल्हाड़ी तथा अन्य सामग्री लेकर आते हैं और सफाई के काम में जुट जाते हैं। पिछले एक महीने से चल रहे वरिष्ठ नागरिकों के काम को देखते हुए अब युवा भी उनके अभियान में हाथ बंटा रहे हैं। इस अभियान को शुरू करने वाले अधिकांश बुजुर्ग व्यायाम प्रेमी 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं। जिसमें गजब का उत्साह है। जिसमें बंडू दुरुतकर, अशोक अंबीरवार, प्रकाश ठाकरे, मोरेश्वर येरेवार, श्याम पडगेलवार, दीपक पडगेलवार, सुरेश दुर्सेलवार, विशाल रामेडवार, उदय अंबीरवार, मधुकर श्रीरामे, शंकर कोहले, बालू कोतपल्लीवार, विलास देशियावाले, बालू डाभले, महेंद्र शेरकी, विजय चव्हाण, उमेश बटाने सहित अनेक लोगों का समावेश है।  
 
 

Created On :   7 Jan 2023 6:18 PM IST

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