बायो-मेडिकल वेस्ट पर मेडिकल को नोटिस
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शासकीय व निजी अस्पतालों से निकलने वाले सामान्य कचरे को काले बैग और बायो मेडिकल वेस्ट को लाल-पीले बैग में अलग-अलग करके दिया जाता है। सामान्य कचरा जमा और बायो मेडिकल वेस्ट के लिए अलग-अलग एजेंसियां नियुक्ति की गई हैं, ताकि दोनों कचरे का एक साथ मिश्रण न हो। लेकिन इन नियमों की अस्पताल धज्जियां उड़ा रहे हैं। शासकीय मेडिकल अस्पताल (जीएमसी) द्वारा काले बैग में ही बायो मेडिकल वेस्ट (जैविक कचरा) भरकर एजेंसी काे देने का मामला हाल ही में सामने आया है।
शिकायत को सही पाया : रोजाना करीब 45 से 50 बैग दिए जाते हैं। कचरा एजेंसी इन बैगों को उठाकर सीधे भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड में फेंक देती है, जो सामान्य कचरे में मिल रहा है। शिवसेना द्वारा बुधवार को भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड में छापा मारकर इसका खुलासा किया गया। शिवसेना की सूचना पर मनपा के अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी, घनकचरा व्यवस्थापन प्रबंधन के उपायुक्त डॉ. गजेंद्र महल्ले सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। शिकायत को सही पाया गया। देखा गया कि काले बैग में बायो मेडिकल वेस्ट भरा है। इससे स्थानीय मजदूर और कचरा बीनने वालों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इस मामले में बुधवार शाम को मेडिकल अस्पताल को अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी ने नोटिस जारी कर संबंधित जिम्मेदारी अधिकारी पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। कार्रवाई नहीं होने पर मनपा अपने नियमानुसार मेडिकल अधिकारी पर कार्रवाई करेगी। मनपा को संदेह है कि शहर के अन्य कुछ अस्पताल भी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इनकी निगरानी की जा रही है। इन्हें भी जल्द नोटिस जारी कर कार्रवाई करने की जानकारी दी गई है।
क्या है नियम : अस्पतालों से निकलने वाला सामान्य कचरा काले बैग और मेडिकल वेस्ट लाल-पीले बैग में जमा कर एजेंसियों को देना होता है, ताकि रंग अनुसार उसे अलग-अलग जगह पर जमा कर उसकी प्रक्रिया कर सकें। काले बैग का कचरा उठाने का जिम्मा एजी एन्वायरो और बीवीजी एजेंसी को दिया गया, जबकि काले और पीले बैग का उठाने का ठेका सुपर हाइजेनिक एजेंसी के पास है। यह एजेंसियां भांडेवाड़ी में इन्हें ले जाकर इसे ठिकाने लगाती हैं, लेकिन बैग खोलकर उसके अंदर क्या है, यह देखना संभव नहीं होने से अस्पताल इन नियमों का उल्लंघन कर काले बैग में बायो मेडिकल वेस्ट भरकर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
एजेंसियों की मिलीभगत : शिवसेना शहर प्रमुख नितिन तिवारी के नेतृत्व में शिवसैनिकों ने मालवाहक बोलेरो क्रमांक एमएच 28 एबी 0074 वाहन का पीछा कर इस गोरखधंधे का खुलासा किया। हालांकि तिवारी ने कचरा संकलन एजेंसियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि कबाड़ से पैसा कमाने की लालच में कचरा संकलन कंपनिया लोगों की जान से खिलवाड़ कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही हैं। तिवारी ने मांग की है कि संबंधित दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर युवासेना ज़िला प्रमुख प्रीतम कापसे, सचिव मुन्ना तिवारी, विभाग प्रमुख अंकुश भोवते, आशीष हाड़गे, अब्बास अली, सतीश भुरे, सूर्यकांत ख़राबे उपस्थित थे।
Created On :   27 April 2023 12:16 PM IST