फर्जीवाड़ा, वार्ड बॉय फर्जी सील साइन कर चार-चार हजार में बना रहा था दिव्यांग सर्टिफिकेट, जिला अस्पताल स्टाफ ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में फर्जी सील-साइन कर दिव्यांग सर्टिफिकेट बनाने का नया कारनामा सामने आया है। मेडिकल कॉलेज में पदस्थ निजी कंपनी का वार्ड बॉय यह गोरखधंधा चला रहा था। वार्ड बॉय ने मेडिकल ऑफिसर, आरएमओ और सिविल सर्जन की फर्जी सील बना रखी है। चार हजार रुपए में बनाया गया फर्जी सर्टिफिकेट शुक्रवार को दिव्यांग बोर्ड स्टाफ के हाथ लगा। तब मामले का खुलासा हुआ। अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड बॉय को पुलिस के हवाले किया है।
दरअसल सप्ताह के हर शुक्रवार को जिला अस्पताल की पुरानी ओपीडी में दिव्यांग बोर्ड बैठता है। यहां डॉक्टरों की टीम द्वारा दिव्यांगों की जांच के बाद सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। शुक्रवार को चांद क्षेत्र निवासी दिव्यांग कादिर खान सर्टिफिकेट लेकर मेडिकल बोर्ड स्टाफ के पास रजिस्टर में इंट्री कराने पहुंचा था। स्टाफ ने संदेह होने पर पूछताछ की तो मामला खुलकर सामने आया। दिव्यांग ने बताया कि वार्ड बॉय राम कुमार ने चार हजार रुपए लेकर उसे सर्टिफिकेट बनाकर दिया है। सर्टिफिकेट में मेडिकल ऑफिसर, आरएमओ और सीएस के फर्जी सील व साइन भी थे। स्टाफ ने वार्ड बॉय को पुलिस के हवाले किया है।
अस्पताल स्टाफ होने का उठा रहे फायदा
वार्ड बॉय चार से पांच हजार रुपए लेकर दिव्यांगों को सर्टिफिकेट जारी किया जा रहा था। चांद के दिव्यांग से चार हजार रुपए वसूले गए थे। ऐसे दिव्यांग जिनका किन्हीं कारणों से सर्टिफिकेट नहीं बना है या उसका दिव्यांगता प्रतिशत कम है। वार्ड बॉय ऐसे दिव्यांगों से रुपए लेकर सर्टिफिकेट बनाकर दे देता है।
क्या कहते हैं अधिकारी
वार्ड बॉय राम कुमार द्वारा फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट जारी करने का मामला सामने आया है। शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है।
- सुमेर सिंह जगेत, टीआई
Created On :   7 Jan 2023 5:09 PM IST