कोहरे का घना साया, सर्द हवाओं से बढ़ी कंपकंपी
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। चंद्रपुर जिले के कुछ तहसीलों में हुई हल्की बारिश के बाद दिन भर सूर्य के दर्शन नहीं हुए, जिससे जिले भर में कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। आज दिन भर सूर्य न दिखाई न देने की वजह से कई स्थानों पर दिन में भी अलाव जलते नजर आए। बदरीले मौसम के साथ पूरे विदर्भ में ठंडी हवायें चल रहीं हैं। बीते 24 घंटे में चंद्रपुर जिले का तापमान 3.8 डिसे गिर जाने की वजह से रात से ही जोरदार ठंड महसूस की जा रही है। तड़के ठंड अधिक होने से रोजाना सुबह सैर के लिए निकलने वालों की संख्या कम दिखाई दी। बुधवार को जिले का न्यूनतम तापमान 18.4 डिसे था जो घटकर 16.6 डिसे पर पहुंच गया है जो औसत से 3.8 डिसे कम हुआ है।
जिले की बल्लारपुर, वरोरा तहसील में हल्की बरसात हुई थी। बादल छंटने के बाद जोरदार ठंड पड़ने का अनुमान है। शीतकाल का मौसम आमतौर पर सितंबर के अंत से शुरू हो जाता है और जनवरी आते-आते अपने चरम पर होता है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में जिले में ठंड औसत से कम महसूस की जा रही थी किंतु बुधवार से अचानक जिले में ठंड बढ़ी है। चंद्रपुर जिला उष्ण कटिबंध क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। भौगोलिक दृष्टि से चंद्रपुर जिला हमेशा गर्म क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। यहां जिस प्रकार ग्रीष्मकाल के दिनों में विश्व का सर्वाधिक तापमान दर्ज होता है। उसकी तुलना में ठंड का मौसम आमतौर पर सीमित समय तक रहता है। यहां ठंड के दिनों में औसतन तापमान 11 डिसे रहता है। इसका मुख्य कारण महानगर समेत अधिकांश तहसीलों में अनेक प्रकार के उद्योग, कोयला खदान, सीटीपीएस में प्रतिदिन जलने वाले हजारों मीट्रिक टन कोयले की वजह से ठंड कम ही महसूस होती है। देर शाम और सुबह के समय आंगन और चौराहों पर, चाय, टपरी पर लोग अलाव सेंकते नजर आ रहे हैं। वहीं गर्म कपड़ों के दुकानों में भी भीड़ नजर आ रही है।
Created On :   6 Jan 2023 2:03 PM IST