बजट सत्र: सदन में ऐसा क्या किए राहुल गांधी जो स्पीकर ओम बिरला ने लगा दी क्लास, जानें पूरा मामला

- राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी को दुलारते नजर आएं
- ओम बिरला ने राहुल गांधी की लगाई क्लास
- राहुल गांधी ने भी स्पीकर ओम बिरला पर आरोप लगाया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी बुधवार को सदन में अपनी बहन और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी को दुलारते नजर आएं। जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी के आचरण और व्यवहार को लेकर क्लास लगा दी। ओम बिरला ने कहा कि वह (राहुल गांधी) सदन के नियमों और परंपराओं के अनुरूप आचरण करें। लोकसभा अध्यक्ष ने शून्यकाल के दौरान कहा- सदन के सदस्यों से अपेक्षा की जाती है कि वे सदन की मर्यादा और शालीनता के उच्च मादपदंडों को बनाए रखें। मेरे संज्ञान में कई ऐसी घटनाएं आई हैं कि सदस्यों के आचारण सदन की उच्च परंपराओं और मापदंडो के अनुरूप नहीं हैं।
स्पीकर ने कहा- इस सदन में पिता-पुत्री, मां-बेटी और पति-पत्नी सदस्य रहे हैं। इस परिप्रेक्ष्य में नेता प्रतिपक्ष से अपेक्षा है कि वह नियम 349 के तहत नियमों के अनुसार सदन में आचारण-व्यवहार करें। उन्होंने आगे कहा कि विशेष रूप से सदन में नेता प्रतिपक्ष से अपेक्षा की जाती है कि वह (उपयुक्त) आचरण रखें। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, ओम बिरला की टिप्पणी के दौरान राहुल गांधी सदन में मौजूद थे।
अमित मालवीय ने किया बड़ा दावा
पूरे मामले को लेकर बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो शेयर किया। जिसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपनी बहन और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी को दुलारते नजर आ रहे हैं। अमित मालवीय ने दावा किया- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसी वजह से राहुल गांधी को शिष्टाचार का पाठ पढ़ाया।
अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "यह शर्मनाक है कि लोकसभा अध्यक्ष को विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बुनियादी संसदीय शिष्टाचार की याद दिलानी पड़ रही है. कांग्रेस ने इन्हें हम पर थोपा है, जो वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है।"
इधर, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर आरोप लगाया। संसद के बाहर राहुल गांधी ने मीडिया से कहा- लोकसभा अध्यक्ष से मैंने अपील की कि मुझे बोलने दीजिए, लेकिन वे चले गए और सदन स्थगित कर दिया, जिसकी कोई जरूरत नहीं थी। संसद को बिलकुल अलोकतांत्रिक तरीके से चलाया जा रहा है। एक नियम है कि नेता विपक्ष को सदन में बोलने दिया जाता है, लेकिन जब भी मैं बोलना चाहता हूं, मुझे बोलने नहीं दिया जाता है। लोकंतत्र में सरकार और विपक्ष दोनों की जगह होती है, लेकिन इस सदन में विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं है।
Created On :   26 March 2025 8:33 PM IST