अखंड भारत मानचित्र का मुद्दा राजनीतिक नहीं : जयशंकर

अखंड भारत मानचित्र का मुद्दा राजनीतिक नहीं : जयशंकर
New Delhi: External Affairs Minister S Jaishankar addresses a press conference on the completion of nine years of the PM Narendra Modi government, in New Delhi, on Thursday, June 08, 2023. (Photo: IANS/Twitter)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को नए संसद भवन में अखंड भारत के नक्शे को लेकर उठे विवाद को खारिज करते हुए कहा कि यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है और नेपाल जैसे मित्र देशों ने भारत के स्पष्टीकरण को समझ लिया है, लेकिन पाकिस्तान जैसा देश इसे समझने की क्षमता नहीं रखता। मंत्री ने नेपाल और बांग्लादेश जैसे मित्र पड़ोसी देशों में उठाए जा रहे मुद्दे पर एक सवाल के जवाब में यह बात कही।
इस पर विवाद के बारे में पूछे जाने पर जयशंकर ने कहा, (विदेश मंत्रालय) के प्रवक्ता (अरिंदम बागची) पहले ही बता चुके हैं कि नक्शा अशोकन साम्राज्य के विस्तार को दर्शाता है।

इस पूरक प्रश्न पर कि क्या स्पष्टीकरण नेपाल जैसे मित्र राष्ट्रों और पाकिस्तान जैसे मित्र राष्ट्रों के लिए समान नहीं है, मंत्री ने चुटकी ली, मुझे नहीं लगता कि यह एक राजनीतिक मुद्दा है। मित्र देशों ने इसे समझा है। पाकिस्तान के पास समझने की क्षमता नहीं है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, जो पिछले हफ्ते भारत आए थे, से उनकी वापसी पर नक्शे के बारे में पूछा गया था। बुधवार को, प्रचंड ने नेशनल असेंबली को बताया कि नक्शा राजनीतिक नहीं है और उन्होंने अपनी हाल ही में संपन्न भारत यात्रा के दौरान इस मुद्दे को उठाया था।

प्रचंड ने कहा, हमने नए भारतीय मानचित्र का मुद्दा उठाया, जिसे संसद में रखा गया है। हमने विस्तृत अध्ययन नहीं किया है, लेकिन जैसा कि मीडिया में बताया गया है, हमने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया, लेकिन इसके जवाब में, भारतीय पक्ष ने कहा कि यह एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक मानचित्र है न कि राजनीतिक। इसे राजनीतिक रूप से नहीं देखा जाना चाहिए। इसका अध्ययन करने की आवश्यकता है। लेकिन मैंने इसे उठाया है। पिछले हफ्ते नक्शे पर विवाद बढ़ गया, क्योंकि संसदीय मामलों के साथ-साथ कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी सहित कुछ भाजपा नेताओं ने इसे अखंड भारत या एकीकृत भारत के चित्रण के रूप में बताया। नेपाल और पाकिस्तान जैसे देशों में नक्शा ठीक नहीं चलने को लेकर सवाल पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय को भी इस पर सफाई देनी पड़ी।

बागची ने पिछले हफ्ते नक्शे पर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा था, प्रश्न में भित्ति अशोकन साम्राज्य के प्रसार और जिम्मेदार और जन-उन्मुख शासन के विचार को दर्शाती है, जिसे (सम्राट अशोक) ने अपनाया और प्रचारित किया। उन्होंने कहा, भित्ति-चित्र के सामने की पट्टिका यही कहती है। मेरे पास इसमें जोड़ने के लिए और कुछ नहीं है। मैं निश्चित रूप से उन बयानों पर टिप्पणी नहीं करने जा रहा हूं, जो अन्य राजनीतिक नेताओं ने दिए होंगे। .

(आईएएनएस)

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Created On :   8 Jun 2023 3:48 PM GMT

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