कर्नाटक की करारी हार से बौखलाई बीजेपी ने अपने सांसदों की मांगी रिपोर्ट, विशेष जनसंपर्क अभियान चलाकर जनता से लेगी फीडबैक

कर्नाटक की करारी हार से बौखलाई बीजेपी ने अपने सांसदों की मांगी रिपोर्ट, विशेष जनसंपर्क अभियान चलाकर जनता से लेगी फीडबैक
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  • कर्नाटक में आगे की तैयारी
  • सांसदों से मांगी रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक चुनाव में मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी सांसदों से अपने क्षेत्र में किए गए कार्यों का रिपोर्ट कार्ड मांगा है, इसके लिए बीजेपी 30 मई से 30 जून तक एक माह तक विशेष जनसंपर्क अभियान चलाएगी। जनसंपर्क अभियान 396 लोकसभा क्षेत्रों में किया जाएगा, जनसंपर्क के दौरान जनता से सीधा संवाद भी किया जाएगा। और प्रदेश की टीम सांसदों के क्षेत्रों में हुए कार्यों की जानकारी जुटाएगी। लेकिन यहां ये सवाल उठता है कि दो साल तक पूरे देश में कोरोना का प्रकोप बना रहा था। जिस दौरान सांसदों की निधि प्रभावित हुई थी। ऐसे कोरोना काल में जब पूरी दुनिया में काम काज बंद रहे, तब भारतीय सांसद अपने क्षेत्रों का भ्रमण कर देखभाल तो कर रहे थे, लेकिन बाकी कामों का समय कम ही मिला।

फिर भी कर्नाटक में मिली करारी हार से बौखलाई भाजपा ने अपने सभी सांसदों का रिपोर्ट कार्ड मांगा है। सभी प्रदेश अध्यक्षों को एक महीने के भीतर सभी सांसदों के लोकसभा क्षेत्रों में हुए कार्यों की समीक्षा कर एक रिपोर्ट पार्टी की केंद्रीय इकाई को देनी है। रिपोर्ट में सांसदों की सोशल मीडिया पर सक्रियता के साथ साथ कल्याणकारी कार्यों की स्थिति, सांसदों की जनता के बीच लोकप्रियता, क्षेत्र में बिताए गए समय के आधार पर बनाई जाएगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ये रिपोर्ट कार्ड ही 2024 लोकसभा चुनाव के टिकट बंटवारे का अहम आधार बनेगा।

सांसदों का रिपोर्ट कार्ड उनके लोकसभा क्षेत्रों में केंद्र सरकार के द्वारा किए गए कल्याणकारी कार्यों की स्थिति, सांसदों की जनता के बीच लोकप्रियता, क्षेत्र में बिताए गए समय और सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता के आधार पर बनाया जाएगा। 2024 में टिकट बंटवारे के लिए यह बड़ा आधार बन सकता है। इसके पूर्व भी एक बार सांसदों और मंत्रियों से अपने-अपने क्षेत्रों में हुए कार्यों की जानकारी मांगी गई थी।

एक माह तक चलने वाले जनसंपर्क अभियान में बीजेपी उन सीटों पर अधिक फोकस करेगी जहां पार्टी कम वोटों के अंतर से हारी थी। पार्टी ने 70 ऐसे लोकसभा क्षेत्रों की पहचान की है, इन लोकसभा सीटों पर पार्टी विशेष फोकस करेगी और इन पर पार्टी ज्यादा से ज्यादा जनसंपर्क करेगी।

आपको बता दें कर्नाटक चुनाव हारने के बाद बीजेपी को इस बात का डर सता रहा है कि साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है, कर्नाटक परिणाम से भाजपा को अगले विधानसभाओं की चिंता बढ़ गई है। खबरों के मुताबिक भाजपा पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव पर क्या असर पड़ सकता है। बीजेपी को मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में आकलन करने की जरुरत है।


Created On :   16 May 2023 6:51 PM IST

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