एमपी, छग और राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर केजरीवाल और कांग्रेस के बीच सियासी तकरार जारी, मुंबई में 'इंडिया' गठबंधन की बैठक में निकलेगा हल?

एमपी, छग और राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर केजरीवाल और कांग्रेस के बीच सियासी तकरार जारी, मुंबई में इंडिया गठबंधन की बैठक में निकलेगा हल?
  • मुंबई में होगी 'इंडिया' गठबंधन की अगली बैठक
  • 'आप' और कांग्रेस के बीच सियासी रार का निकेलगा हल?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की अगली बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली है। उससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी तकरार जारी है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नवंबर-दिसंबर माह में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन राज्यों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी फाइट देखने को मिलती है। लेकिन इस बार का मामला कुछ अलग है। कांग्रेस को इन राज्यों में बीजेपी से सीधी फाइट करने के बजाय उसे 'आप' से भी दो-चार होना पड़ रहा है।

बता दें कि, 'आप' इस समय 'इंडिया' गठबंधन का हिस्सा है। साथ ही, केजरीवाल 'इंडिया' गठबंधन की अगली मीटिंग में भी शामिल होने जा रहे हैं। इधर, केजरीवाल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी सक्रिय नजर आ रहे हैं। हालांकि, अभी केजरीवाल इन राज्यों में कांग्रेस पर सीधा पलटवार करने से बच रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस को बाहर से कम 'इंडिया' गठबंधन के अंदर से ज्यादा चुनौती मिल रही है।

कांग्रेस के सामने मुश्किलों का पहाड़

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में आम आदमी पार्टी अपने उम्मीदवारों को उतराने के लिए तैयार बैठी है। केजरीवाल की पार्टी धीरे-धीरे हिंदी भाषी बेलट में अपने पैर पसारने की कोशिश में लगी हुई है। विस चुनाव को मद्देनजर रखते हुए केजरीवाल इन राज्यों में 'गारंटी कार्ड' बांटते नजर आ रहे हैं। हाल ही, मध्य प्रदेश में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने खुद को चाचा बताया है और मामा को सावधान रहने की बात भी कही हैं। इसके अलावा आप ने राजस्थान में 26 सीटों पर अपने उम्मीदवार को उतारने का ऐलान कर दिया है। केजरीवाल के इस रवैये से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई है।

जहां मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में वापसी करने के लिए बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रही है। वहीं, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की पहले से ही सरकार है। इन राज्यों में भी कांग्रेस खुद को रिपीट करने की कोशिश में लगी हुई है। इस बीच आप की एंट्री से कांग्रेस नेता परेशान हो रहे हैं।

कांग्रेस और 'आप' का मसला कब होगा हल?

राजधानी दिल्ली में भी पहले से ही कांग्रेस और 'आप' नेताओं के बीच कश्मकश जारी है। कांग्रेस दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार नजर आ रही है। पार्टी आलाकमान की ओर से दिल्ली के सभी सीटों पर संगठन को मजबूत करने को कहा गया है। आम आदमी पार्टी इन सीटों पर अपना अधिकार क्षेत्र बताते हुए पीछे हटने से इनकार कर रही है। हालांकि, हाल ही कांग्रेस की ओर ऐसे भी संकेत मिली थे कि वे दिल्ली की लोकसभा सीटों पर समझौता करने के लिए तैयार है। इसके पीछे कांग्रेस के बड़े नेता की चुप्पी को माना जा रहा है। हालांकि, अभी इन सभी बातों पर भी फैसला होने बाकी है। मुंबई में होने वाले विपक्षी दलों की बैठक में बहुत हद तक तस्वीरें साफ होने की उम्मीद है।

आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच इस सियासी दरार का भी हल मुंबई में हो सकता है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनावों में 'आप' से कांग्रेस को मिल रही सियासी अड़चन भी इस बैठक का अहम मुद्दा हो सकता है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, बैठक के बाद इन राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर जाएगी।

Created On :   22 Aug 2023 5:35 PM IST

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