अनिल विज की मजबूरी: कभी कर रहे थे खुद सीएम बनने का दावा, अब रखना पड़ा नायब सिंह सैनी के नाम का प्रस्ताव, सुर बदलने पर क्यों मजबूर विज?
- कल सीएम पद की शपथ लेंगे नायब सिंह सैनी
- बीजेपी विधायक दल के नेता ने नायब को चुना नेता
- विज ने चुनाव के दौरान सीएम बनने का किया था दावा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी विधायक अनिल विज का सीएम बनने का सपना टूट गया है। हरियाणा में बीजेपी विधायक दल का नेता नायब सिंह को चुन लिया गया है। जिसके चलते उनका फिर से सीएम बनने का रास्ता साफ हो गया है। अब गुरुवार सुबह 10 बजे नायब सिंह सैनी पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में सीएम पद की शपथ लेंगे। खास बात यह है कि सैनी के नाम प्रस्ताव खुद सीनियर नेता अनिल विज ने किया। बता दें कि, अनिल विज खुद को चुनाव के दौरान सीएम पद का दावेदार बता रहे थे। ऐसे में मीडिया ने उनसे सीएम न बनने को लेकर सवाल पूछे। इस पर अनिल विज ने साफ कहा कि मेरी तो ऐसी कोई इच्छा ही नहीं थी।
सीएम नहीं बनने पर बोले अनिल विज
मीडिया से बात करते हुए अनिल विज ने कहा कि सीएम बनना कभी मैंने मन में रखा नहीं। पार्टी की ओर से कोई जिम्मेदारी मिलने पर अनिल विज ने कहा कि पार्टी मुझे चौकीदार बना देगी तो उस काम को भी पूरी निष्ठा के साथ करूंगा।
अनिल विज ने बुधवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में नायब सिंह सैनी का नाम का प्रस्ताव रखा। ऐसे में उसी वक्त ही साफ हो गया कि वह सीएम नहीं बनने जा रहे हैं। अनिल विज के अलावा कृष्ण बेदी ने ही नायब सिंह सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा। जिस पर सभी विधायकों ने ध्वनिमत से मुहर लगाई।
एक झटके में बदला माहौल
अनिल विज ने चुनाव के दौरान कहा था कि अगर बीजेपी की राज्य में दोबारा सरकार बनती है तो वह मुख्यमंत्री के तौर पर भी अपने क्षेत्र के लोगों से मुलाकात करेंगे। हालांकि, बीजेपी की ओर से अनिल विज के द्वारा ही नायब सैनी के नाम का प्रस्ताव रखना काफी रोचक रहा।
बता दें कि, अनिल विज 7वीं बार अंबाला कैंट से विधायक चुने गए हैं। ऐसे में वह सीएम बनने की रेस में आगे थे। साथ ही, उन्होंने चुनाव के दौरान दावा किया था कि वह सीएम बनने जा रहे हैं। इस बात को लेकर कांग्रेस ने भी बीजेपी पर सीएम रेस को लेकर तंज कसा था। हालांकि, बुधवार को ये स्पष्ट हो गया कि सीएम नायब सिंह सैनी ही बनेंगे।
Created On :   16 Oct 2024 4:52 PM IST