तमिलनाडु में वीसीके ने दलितों पर हमले रोकने की मांग की
डिजिटल डेस्क,चेन्नई। दलितों के एक राजनीतिक दल विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को समुदाय के खिलाफ हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है।वीसीके के संस्थापक नेता और सांसद थोल थिरुमावलवन ने एक बयान में कहा कि राज्य पुलिस दलित हिंसा के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में सुस्त है।
उन्होंने कहा कि, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार 2021 में दलितों के खिलाफ हमलों में वृद्धि हुई है।वीसीके प्रमुख ने कहा कि, पिछली अन्नाद्रमुक सरकार दलितों पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में कठोर थी और स्टालिन से दलित अत्याचारों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि, 2019 में तमिलनाडु में दलितों के खिलाफ अत्याचार के 1,144 मामले दर्ज किए गए और 2020 में यह बढ़कर 1,274 हो गया, जबकि 2021 में यह संख्या बढ़कर 1,377 हो गई।2021 में, 53 दलित मारे गए और 61 अन्य लोगों पर हमले किए गए, थिरुमावलवन ने कहा, जबकि तमिलनाडु एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, राज्य 2020 में राष्ट्रीय स्तर पर समुदाय पर हमले में पांचवें स्थान पर रहा, और 2021 में सातवें स्थान पर है।
उन्होंने कहा कि, पिछली अन्नाद्रमुक शासन के दौरान दलित अत्याचारों के खिलाफ कई मामलों की जांच नहीं की गई और स्टालिन से पुलिस को इसकी जांच में सुस्ती नहीं बरतने का निर्देश देने का आह्वान किया।थिरुमावलवन ने आगे आरोप लगाया कि दलितों पर हमलों का मुख्य कारण पुलिस का रवैया था।
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Created On :   31 Aug 2022 12:00 PM IST