शिंदे और फडणवीस के संभावित कैबिनेट पोर्टफोलियो का फॉर्मूला आया सामने, बीजेपी खेमे से सबसे ज्यादा मंत्री होंगे महाराष्ट्र सरकार में!
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में एकनाथ शिंदे ने नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। लेकिन अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाया है। बीजेपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को शिंदे सरकार मे डिप्टी सीएम का दायित्व दिया गया है। हालांकि, पहले तो देवेंद्र फडणवीस ने सरकार से बाहर रहने का फैसला किया था लेकिन शीर्ष नेताओं की ओर से काफी मान-मनौव्ल के बाद डिप्टी सीएम पद लेने को राजी हुए थे। हालांकि, इस वक्त नई सरकार में कैबिनेट पोर्टफोलियो को लेकर फॉर्मूला सामने आया है। जिसमें जानकारी निकलकर सामने आई है कि शिंदे गुट और बीजेपी गुट के कितने नेता मंत्रिमंडल में शामिल होंगे।
शिंदे व फडणवीस फॉर्मूला
गौरतलब है कि नई सरकार में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि शिंदे खेमा 8 कैबिनेट पद और 5 राज्यमंत्री का पद चाहता है वहीं दूसरी तरफ बीजेपी करीब 29 मंत्रियों का लक्ष्य रखेगी। अब खबर निकल कर सामने आ रही है कि शिंदे गुट वर्तमान विभाग को बनाए रखने के लिए दबाव डालेगा क्योंकि सूत्रों का कहना है कि उद्धव सरकार ने बीते एक माह से बागी मंत्रियों की ओर से लिए गए फैसले पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा शिंदे गुट का कहना है कि निर्दलीय विधायकों को भी बीजेपी कोटे से कैबिनेट में शामिल किया जाए। हालांकि ये देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी शिंदे खेमे की मांगों पर कितनी खरा उतरती है।
शिंदे खेमे के संभावित मंत्री
महाराष्ट्र में दोबारा सरकार बनने के बाद शिंदे गुट के संभावित मंत्रियों की चर्चा तेज है। जिनमें दादा भुसे, गुलाबराव पाटिल, संदीपन भुमरे, उदय सामंत, शंभूराज देसाई, अब्दुल सत्तार और राजेंद्र पाटिल येद्रावकर शामिल हैं। वहीं प्रहार जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष बच्चू कडू के लिए शिदें गुट बीजेपी कोटे में शामिल करना चाहता है।
नए नामों की चर्चा तेज
गौरतलब है कि नई सरकार बनने के बाद से महाराष्ट्र राजनीति में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। सूत्रों के हलावे से खबर है कि शिंदे कैबिनेट में कुछ नए विधायकों को जगह दी सकती है। इनमें दीपक केसरकरक, प्रकाश अबितकर, संजय रायमूलकर, संजय शीर्षस्थ और प्रताप सरनाइक रेस में चल रहे हैं। इनके अलावा शिंदे खेमा MHADA और CIDCO जैसे महत्वपूर्ण निगमों के लिए भी बीजेपी पर भारी दवाब डाल रहा है।
गौरतलब है कि बीते महीने की 30 जून को बीजेपी के साथ मिलकर एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके साथ देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी लेकिन कोई भी मंत्री पद का शपथ नहीं लिया था। हालांकि, वैसे तो स्पष्ट है कि सबसे ज्याद मंत्री बीजपी खेमे से ही होंगे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस दल से कितने मंत्री होंगे। ये तय माना जा रहा है कि जल्द ही बीजेपी शिंदे के साथ मिलकर कैबिनेट विस्तार कर सरकार के संचालन को गति देगी।
Created On :   7 July 2022 11:05 PM IST