राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के नाम पर तमिलनाडु में होगी वोटिंग
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। इस बार राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी किस प्रत्याशी को मैदान में उतारते हैं, उसके अनुसार ही तमिलनाडु में वोटिंग होगी। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों और नेताओं का कहना है कि सत्तारुढ़ द्रमुक के निर्णय पर सबकी नजरें टिकी होंगी क्योंकि इस बार ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि पार्टी भाजपा के करीब जाना चाहती है। विश्लेषकों ने आईएएनएस से कहा कि अभी यह अंदाजा लगाना जल्दबाजी होगी कि द्रमुक और अन्नाद्रमुक राष्ट्रपति चुनाव के बारे में क्या निर्णय लेंगे।
राजनीतिक विश्लेषक रवींद्रन दुरईस्वामी ने आईएएनएस से कहा कि भाजपा का प्रत्याशी कोई मुस्लिम या आदिवासी हो सकता है। अगर प्रत्याशी मुस्लिम होता है तो वह एक प्रगतिशील मुस्लिम महिला भी हो सकती है। दुरईस्वामी का मानना है कि ऐसा करने से भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में अच्छा लाभ मिलेगा। इससे यादव-मुस्लिम गठजोड़ भी टूटेगा। आदिवासी प्रत्याशी खड़ा करने से भाजपा इस समुदाय में अपनी पहुंच बढ़ा पायेगी।
अगर भाजपा मुस्लिम या आदिवासी प्रत्याशी को खड़ा करती है तो द्रमुक और अन्नाद्रमुक सहित सभी द्रविड़ पार्टियां धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के नाम पर समर्थन देंगी। उन्होंने कहा कि लेकिन ऐसा तभी संभव होगा जब कांग्रेस अपना प्रत्याशी समाज की दूसरी श्रेणी से खड़ा करे। द्रमुक की जहां तक बात है तो भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देकर वह अपने केंद्र रोधी रूख को कम कर सकता है। दुरईस्वामी ने कहा कि लेकिन अगर कांग्रेस भी भाजपा प्रत्याशी के प्रोफाइल से मिलते-जुलते प्रत्याशी को खड़ा करती है तो द्रमुक और उसके सहयोगी दल उसे अपना समर्थन देंगे।
द्रमुक के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस को बताया कि अगर कांग्रेस अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा करती है तो हो सकता है हम वोट करें ही ना। उन्होंने कहा कि लेकिन अगर भाजपा तमिलनाडु के किसी व्यक्ति को, या मुस्लिम को या आदिवासी को प्रत्याशी के रूप में खड़ा करती है तो पार्टी उसके अनुसार निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा से थोड़ी सी भी समझ बनाना द्रमुक के लिये घातक साबित हो सकता है। पार्टी ने अभी राष्ट्रपति चुनाव के बारे में विचार नहीं किया है। द्रमुक के लिये 2024 का लोकसभा चुनाव महत्वपूर्ण है।
अन्नाद्रुमक के वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर आईएएनएस को कहा कि उनकी पार्टी भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व से पार्टी का संबंध अच्छा है। उन्होंने कहा कि द्रमुक भाजपा के करीब जाने का हरसंभव प्रयास कर रहा है। पूर्व सांसद के सी पलानीसामी ने आईएएनएस से कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा अच्छी स्थिति में है। आंध्रप्रदेश और ओडिशा की सत्तारुढ़ पार्टियां कांग्रेस नीत गठबंधन में शामिल नहीं हैं।
पलानीसामी ने कहा कि तमिलनाडु और दक्षिण राज्यों की रणनीति भाजपा प्रत्याशी के नाम से तय होगी। अगर भाजपा किसी तमिल व्यक्ति को खड़ा करती है और कांग्रेस किसी को खड़ा नहीं करती है तो कर्नाटक, तमिलनाडु, आंधप्रदेश, पुड्डचेरी और ओडिशा के दल भाजपा को समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि लेकिन अगर भाजपा और कांग्रेस मुस्लिम या आदिवासी प्रत्याशी को खड़ा करते हैं तो राजनीतिक दल मौजूदा गठबंधन को मानेंगे। दुरईस्वामी और अन्नाद्रमुक का कहना है कि अगर कांग्रेस किसी प्रत्याशी को खड़ा करती है तो कांग्रेस सदस्य क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।
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Created On :   8 May 2022 4:00 PM IST