हिमाचल के सीएम होंगे सुखविंदर सिंह सुक्खू, कल होगा सीएम का शपथ ग्रहण समारोह, मुकेश अग्निहोत्री होंगे उपमुख्यमंत्री
डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने जोरदार तरीके से जीत दर्ज की है। 68 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस ने 40 सीटों पर जीत दर्ज की है। हिमाचल प्रदेश में सीएम को लेकर चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू का सीएम बनना तय माना जा रहा है। अब विधायक दल की पर्यवेक्षकों के साथ बैठक समाप्त होने के बाद सीएम के नाम का ऐलान कर दिया गया है। कांग्रेस के हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि सर्वसम्मति से सारे विधायकों ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को विधायक दल का नेता चुना है।। कल उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। साथ ही उपमुख्यमंत्री के रूप में मुकेश अग्निहोत्री को चुना गया है
सर्वसम्मति से सारे विधायकों ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को विधायक दल का नेता चुना है। कल उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। उपमुख्यमंत्री के रूप में मुकेश अग्निहोत्री को चुना गया है। ये आलाकमान का निर्णय है: कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला pic.twitter.com/plLjt4ZGRb
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हाईकमान ने आज सुखविंदर सिंह सुक्खू को कांग्रेस विधायक दल के नेता यानी मुख्यमंत्री(हिमाचल प्रदेश का) के रूप में चयन किया है और उपमुख्यमंत्री के रूप में मुकेश अग्निहोत्री को चयन किया है: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल pic.twitter.com/VNSanTXA7P
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हिमाचल प्रदेश: शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक जारी है।
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बैठक में कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा वीरभद्र सिंह सहित अन्य नेता मौजूद हैं। pic.twitter.com/yG1SL0NI7U
बता दें पहले सीएम के चयन को लेकर कांग्रेस को फैसला लेना था। लेकिन कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सिंगल लाईन प्रस्ताव पारित कर सीएम के नाम को लेकर फैसला लेने के लिए हाईकमान के पास भेज दिया गया है। पार्टी हाईकमान को ही तय करना था कि हिमाचल का सीएम कौन होगा? लेकिन पार्टी को भी इसके लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। हिमाचल में सीएम की रेस में प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खु का नाम सबसे आगे थे।सूत्रों की मानें तो सुखविंदर सिंह सुक्खु ने भले ही सीएम बनने की रेस से अपने आप को अलग कर लिया है लेकिन वह पार्टी हाईकमान की पहली पंसद थे इसलिए उनके नाम पर सहमति बन गई । हालांकि सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थन में कई विधायक थे।
एएनआई ने भी सूत्रों के हावले से ट्वीट करते हुए लिखा है कि, कांग्रेस आलाकमान ने सुखविंदर सिंह के नाम पर मुहर लगा दी है। केवल उनके नाम का ऐलान करने की घोषणा आज शाम तक अन्य नेताओं से चर्चा करने के बाद की जाएगी।
कांग्रेस आलाकमान ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम को मंजूरी दे दी है। उनके नाम की घोषणा आज शाम तक अन्य नेताओं से चर्चा के बाद की जाएगी: सूत्र pic.twitter.com/t7uP8lgwrn
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आईए जानते हैं कि सीएम पद के अहम दावेदार सुक्खू का राजनैतिक सफर कैसे शुरू हुआ।
NSUI से की शुरूआत
सुक्खू ने अपने राजनैतिक सफर की शुरूआत कांग्रेस के संगठन में एनएसयूआई से की वह सात साल तक NSUI के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे। हमीरपुर जिले में नादौन के रहने वाले सुक्खू ने लॉ की ड्रिगी हासिल करने के बाद से ही छात्र राजनीति में कदम रख दिया था।
उन्होंने एनएसयूआई में शामिल होकर अपना राजनैतिक सफर की शुरुआत की वह संजोली कॉलेज में सीआर और एससीए के महासचिव भी बने इसके बाद महाविद्यालय में एससीए के अध्यक्ष भी चुने गए। सुखविंदर सिंह सुक्खू 1988 से 1995 तक एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष रहे।
सुखविंदर सिंह को मिल रहा समर्थन
हिमाचल में चल रही सियासी उठापटक के बीच खबर यह है कि सुखविंदर सिंह कई विधायकों के संपर्क में हैं। सूत्रों की मानें तो उन्होंने 20 से अधिक विधायकों के साथ बैठक की है। सुख्कू को हिमाचल में जमीनी स्तर का नेता माना जाता है वहीं कांग्रेस के कार्यकताओं और बड़े नेताओं में भी उनकी पकड़ मजबूत है। पार्टी के साथ जुड़े उन्हें चार दशक हो चुके हैं। शायद यही वजह है कि उनको सबसे अधिक विधायकों का समर्थन मिल रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी रहे
सुखविंदर सिंह सुक्खू को भले ही कांग्रेस में दशकों का समय बीत गया हो लेकिन उनको वीरभद्र सिंह का विरोधी माना जाता रहा है। बताया जाता है वीरभद्र सिंह के विरोधों के बावजूद भी सुक्खू को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था। वह 6 साल तक इस पद पर रहे। तीन साल पहले ही उनको उस पद से हटाया गया था। हालांकि राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले ही उन्हें पार्टी ने चुनाव प्रचार प्रसार समिति का अध्यक्ष बनाया था।
सुक्खू के गृह जिले हमीरपुर में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली है। यहां पर पांच में से चार विधानसभा सीट कांग्रेस के झोली में आई है। कांग्रेस को यहां पर मिली बड़ी जीत की मुख्य वजह सुखविंद सिंह सुक्खू को ही माना जा रहा है। यहां पर एक निर्दलीय उम्मीदवार को भी जीत मिली है इस तरह से उनका जिला भाजपा मुक्त हो गया है। सुक्खू की कार्यशैली भी लोगों को काफी पसंद आती है यही कारण है कि उनकी दावेदारी सीएम पद के लिए अहम हो जाती है
Created On :   10 Dec 2022 10:50 AM GMT