उपराष्ट्रपति चुनाव में भाजपा की मजबूत स्थिति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 5 जुलाई को अधिसूचना जारी होने के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर हलचलें तेज हो गई है, 6 अगस्त हो उपराष्ट्रपति के लिए वोटिंग होनी हैं। लेकिन अभी तक किसी भी पार्टी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। जबकि नामांकन करने की तारीख नजदीक आ रही है। आपको बता दें 19 जुलाई नामांकन की तारीख है। पक्ष विपक्ष नामों को लेकर मंथन कर रहा है।
उपराष्ट्रपति चुनाव में दोनों सदनों के सदस्य वोटिंग करते हैं, लेकिन राष्ट्रपति से इतर इसमें सदन के नामित सदस्य भी वोट करते हैं। सदन में संख्या बल के आधार पर एनडीए काफी मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहा है। हालफिलहाल निम्न सदन में सदस्यों की संख्या 543 पूरी है।
भाजपा के मुकाबले सदन संख्या में विपक्ष के कम सदस्य हैं ऐसे में विपक्ष उम्मीदावर उतारने की फॉर्मलिटी कर सकता है। या फिर ये हो सकता हैं कि बीजेपी के पास पूरे आंकड़े होने के आगे विपक्ष प्रत्याशी ही नहीं खड़ा करें। लोकसभा सदस्य 303, राज्यसभा सदस्य 91, नामित सदस्य 5, आंकड़ों के आधार पर बीजेपी की जीत तय मानी जा रही है।
आपको बता दें बीजेपी को लोकसभा में 31 और राज्यसभा में 16 अन्य दलों के सांसदों का समर्थन हासिल है। इनमें जेडीयू, आरपीआई, लोक जन शक्ति पार्टी, अपना दल, एआईएडीएमके, एनपीपी दल शामिल हैं। इनके वोट जोड़कर बीजेपी के पास 446 वोट हो जाते है। जो बहुमत से अधिक हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में दोनों सदन के सदस्यों के अलावा राज्य विधानसभा के सदस्य भी मतदान करते हैं। लेकिन उपराष्ट्रपति चुनाव में विधायक वोटिंग नहीं करते हैं। लेकिन उपराष्ट्रपति चुनाव में केवल लोकसभा और राज्यसभा के सांसद ही वोट डालते हैं। चूंकि उपराष्ट्रपति चुनाव में राज्यसभा में मनोनीत 12 सदस्य भी मतदान करते हैं , जानकारी के अनुसार मौजूदा समय में उच्च सदन में मनोनीत सदस्यों की आठ सीटें खाली हैं। इनमें चार जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग होने के कारण जबकि एक सीट त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री बने माणिक साहा ने छोड़ी है। राज्यसभा में अभी तीन मनोनीत सदस्यों के सीट खाली हैं, कयास लगाए जा रहे है कि चुनाव से पहले इन तीन सीटों को भी भरा जा सकता हैं। अगर केंद्र सरकार इन ती सीटों को भरती हैं तो राज्यसभा में सदस्यों की वोट संख्या 240 होगी और कुल 783 सदन सदस्य वोट डालेंगे।
Created On :   11 July 2022 2:39 PM IST