चेन्नई इलाके में घरों को तोड़े जाने पर विरोध प्रदर्शन
- चला बुलडोजर
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। चेन्नई के आर.ए. पुरम में गोविंदसामी नगर के निवासी मंगलवार को उचित वैकल्पिक व्यवस्था के बिना बुलडोजर का उपयोग कर घरों को तोड़ने का विरोध कर रहे हैं।
निवासियों ने आईएएनएस को बताया कि सोमवार को कॉलोनी के 259 घरों में से 40 को तोड़ दिया गया और यह विध्वंस जारी है। कॉलोनी की रहने वाली एक घरेलू सहायिका सरस्वती ने आईएएनएस से कहा, अधिकारी हमारे यहां आए और हमारे विरोध के बावजूद उन्होंने हमें उचित वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना इमारतों को तोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि अधिकारी पुलिस के साथ आए थे और उन्होंने वादा किया था कि वे हमारी बात सुनेंगे लेकिन कुछ नहीं हुआ और उन्होंने कुछ ही समय में घरों को तोड़ दिया। सरस्वती ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें खाली करने के लिए पांच दिनों का समय दिया गया था, लेकिन अधिकारियों ने बस सब पर बुलडोजर चला दिया।
एक कार्यकर्ता, कोंडंडापानी ने कहा कि अन्य सरकारी विभागों द्वारा निवासियों को खाली करने के लिए कुछ और दिन देने का वादा करने के बाद भी जल प्राधिकरण विभाग के अधिकारियों ने उनके घरों को तोड़ दिया। उन्होंने कहा, छात्र कक्षा 10, 11 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षा लिख रहे हैं। हमने अधिकारियों से छात्रों की परीक्षा समाप्त होने तक समय देने का अनुरोध किया था।
एक अन्य निवासी सीथमल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने रेजिडेंट एसोसिएशन द्वारा दायर एक अवमानना मामला पर 12 जुलाई को सुनवाई रखी है और अधिकारियों को जल्दबाजी करने का कोई कारण नहीं है। आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने कहा, अधिकारी हमें पेरुम्बक्कम, सीमांचेरी जैसे दूर-दराज के स्थानों पर जाने के लिए कह रहे हैं, जो शहर से अच्छी तरह से नहीं जुड़े हैं। निवासियों को दुख है कि अधिकारी सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं कि बेदखल लोगों को शहर के भीतर ही वैकल्पिक आवास व्यवस्था प्रदान की जानी चाहिए।
(आईएएनएस)
Created On :   3 May 2022 7:00 AM GMT