डेयरी उत्पादों के आयात की केंद्र की योजना पर पवार ने जताई आपत्ति

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
महाराष्ट्र डेयरी उत्पादों के आयात की केंद्र की योजना पर पवार ने जताई आपत्ति

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को वसा, मक्खन और घी जैसे डेयरी उत्पादों के आयात की केंद्र की योजना का विरोध किया। केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला को लिखे पत्र में पवार ने कहा कि यह प्रस्ताव घरेलू दुग्ध उद्योग के हितों के लिए हानिकारक साबित होगा।

पवार ने कहा, इस संबंध में केंद्र सरकार का कोई भी फैसला पूरी तरह से अस्वीकार्य होगा क्योंकि इन उत्पादों के आयात से घरेलू दुग्ध उत्पादकों की आय पर सीधा असर पड़ेगा। केंद्र घी-मक्खन आयात करने के विचार से खिलवाड़ कर रहा है चूंकि देश में दुग्ध उत्पादन स्पष्ट रूप से गांठदार त्वचा रोग के कारण स्थिर रहा, जिसने भारत के कई हिस्सों में मवेशियों को प्रभावित किया था।

हालांकि, इसके विपरीत, दुग्ध उत्पादों की मांग में 8-10 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी क्योंकि पिछले वर्ष की तुलना में वसा, घी, मक्खन के कम स्टॉक के साथ देश में महामारी के बाद वापसी हुई थी। एनसीपी सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि डेयरी किसान हाल ही में अभूतपूर्व दो साल के लंबे कोविड-19 संकट से उभरे हैं और इस तरह के उपाय पुनरुद्धार प्रक्रिया में क्षेत्र के कदमों को गंभीर रूप से बाधित करेंगे।पवार ने मंत्री से आग्रह किया, कृपया मेरी चिंता पर ध्यान दिया जाए। मुझे खुशी होगी अगर इस मामले पर गौर किया जाए और मंत्रालय दुग्ध उत्पादों के आयात के लिए कोई भी निर्णय लेने से खुद को रोके।

 

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   6 April 2023 7:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story