कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में आया नया मोड़, तीन दिग्गज कांग्रेसी नेता आमने-सामने! दिग्विजय सिंह के इस बयान से सियासी पारा चढ़ा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जैसे-जैसे कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे कांग्रेस के अंदर हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी अभी तक अध्यक्ष पद का उम्मीदवार नहीं तय कर पाई है। ऐसे में इस वक्त देशभर की निगाहें कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर टिकी हुई हैं। राहुल गांधी को एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी देने के लिए कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मना रहे हैं लेकिन राहुल गांधी मानने को तैयार नहीं है। राहुल गांधी इस वक्त भारत जोड़ो पदयात्रा में पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं।
कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि इस बार गैर-गांधी परिवार से किसी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसी को लेकर कांग्रेस के दो नेताओं का नाम अध्यक्ष पद उम्मीदवार की रेस में आगे चल रहा है। एक राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत व दूसरे शशि थरूर हैं। इसी बीच दिग्विजय सिंह की एंट्री ने सियासत में खलबली मचा दी है। गौरतलब है कि एनडीटीवी से बातचीत के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा है कि आप आखिर मेरे नाम को खारिज क्यों कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गईं हैं कि गहलोत, थरूर के बाद दिग्विजय सिंह भी अध्यक्ष पद के चुनाव में उतर सकते हैं।
गहलोत को लेकर क्या कह गए दिग्विजय?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को लेकर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि अगर गहलोत अध्यक्ष बनते हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा और सचिन पायलट उनकी जगह ले सकते हैं। दिग्विजय सिंह आज कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर चल रही चर्चा पर मुखर होकर बोले। इन दिनों देश की सियासत में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर बीजेपी भी नजर गड़ाए हुए है। इस बार अगर कोई गैर-गांधी परिवार से अध्यक्ष बनता है तो बीजेपी को कांग्रेस चुनावी मुद्दा बनाने का मौका खत्म कर देगी क्योंकि बीजेपी परिवारवाद को लेकर हमेशा से कांग्रेस पर हमलावर रही है।
एक शख्स एक पद का समर्थन
दिग्विजय सिंह ने इसी साल उदयपुर में कांग्रेस की बैठक में लिए गए उस फैसले का भी जिक्र किया। जिसमें कहा गया था कि एक शख्स के पास केवल एक ही पद रहेगा। ऐसे में दिग्विजय सिंह का मानना है कि गहलोत को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है, अगर हाईकमान उन्हें अध्यक्ष बनाने का फैसला लेता है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मप्र में कमलनाथ को भी एक पद छोड़ना पड़ा था। पार्टी में अध्यक्ष पद की अपनी उम्मीदवारी पर उन्होंने कहा कि देखिए क्या होता है? उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि आगामी 30 सितंबर की शाम को सब कुछ आ जाएगा। इसी दिन कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों के नामांकन का आखिरी दिन है।
कोई भी चुनाव लड़ सकता है
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि अध्यक्ष पद की रेस में गांधी परिवार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि चिंता की कोई भी बात नहीं है, जो भी कांग्रेसी नेता चुनाव में उतरना चाहता है, वह चुनाव लड़ सकता है। किसी के साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं है। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव-2019 में कांग्रेस पार्टी की जबरदस्त हार के बाद राहुल गांधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। तभी से सोनिया गांधी इस पद को संभाल रही हैं। इस दौरान राहुल गांधी को कई बार मनाने का प्रयास किया गया लेकिन वह राजी नहीं हुए। यहां तक कि अशोक गहलोत बुधवार को भी कह चुके हैं, राहुल गांधी अध्यक्ष पद के लिए राजी हो जाएं तो कांग्रेस के लिए बेहतर होगा, अन्यथा वह नामांकन दाखिल करेंगे। वैसे अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कोई भी दाखिल करे लेकिन इस वक्त हर दिन चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है।
गैर-गांधी परिवार नेता को मिल चुकी है जिम्मेदारी
दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी की तारीफ में कसीदे पढ़े और कहा कि राहुल गांधी अगर अपना मन बना लेते हैं तो वही करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा पहले भी हो चुका है कि गांधी परिवार के बाहर भी लोगों ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था। आगे उन्होंने कहा कि जब नरसिम्हा राव को यह जिम्मेदारी मिली थी, तो क्या हमने काम नहीं किया था। दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल गांधी वह काम करेंगे, जो अध्यक्ष की तरफ से उन्हें कहा जाएगा।
राहुल गांधी के कांग्रेस का चेहरा बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के 119 यात्रियों में से एक हैं, जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा में शामिल है। दिग्विजय सिंह की ओर से आए बयान के बाद राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस बार कांग्रेस गैर-गांधी परिवार उम्मीदवार उतारने का मूड बना चुकी है क्योंकि दिग्विजय सिंह वरिष्ठ कांग्रेस नेता है और उनकी इस बात की भनक जरूर लग गई होगी।
Created On :   21 Sept 2022 8:21 PM IST