डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को सीबीआई का समन, ईडी के छापे में अमेरिकी डॉलर और सोने के साथ मिले लाखों रुपये, लालू यादव बोले- आपातकाल का दौर याद दिला रही बीजेपी
डिजिटल डेस्क, पटना। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी करप्शन के खिलाफ मोर्चा खोली हुई है। कल ही यानी 10 मार्च को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो से जुड़े 15 ठिकानों पर ईडी ने धावा बोला था। ये छापे मारी देर रात तक चली है। जिसमें ईडी को भारी भरकम सामान मिले हैं। इस छापे में ईडी को 53 लाख रूपये, 1900 अमेरिकी डॉलर के साथ डेढ़ किलोग्राम जेवरात भी मिले हैं। जिसे अफसरों ने जब्त कर लिया है। वहीं बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के घर से ईडी ने कुछ दस्तावेज भी बरामद किए हैं। जबकि उन्हें जमीन घोटाले मामले में सीबीआई ने एक बार फिर समन भेजा है। बता दें कि, इससे पहले सीबीआई ने 4 फरवरी को तेजस्वी को समन भेजा था। लेकिन उनके पेश ना होने की वजह से सीबीआई ने एक बार फिर उन्हें पूछताछ के लिए समन भेजा है।
हालांकि, तेजस्वी यादव सीबीआई के सामने आज पेश नहीं होंगे क्योंकि उनकी पत्नी का तबीयत खराब है। जिन्हें वो हॉस्पिटल लेकर गए हुए हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 11, 2023
कहां-कहां मारे गए थे छापे
इस छापे में ईडी के अधिकारियों ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित आवास पर करीब 14 घंटे तक छापे मारी की। सुबह की गई ईडी की टीम रात करीब 12.15 बजे तेजस्वी के घर से कुछ डॉक्यूमेंट्स लेकर निकली। वहीं तमाम छापों में ईडी ने अलग-अलग जगहों से कुछ ना कुछ बरामद किया है। पीटीआई के मुताबिक, इन छोपों के दौरान ईडी की टीम को 53 लाख नकद, 1900 अमेरिकी डॉलर, 1.5 किलोग्राम सोने की जेवरात और 540 ग्राम सोना मिला है। इस पूरे मामले पर ईडी के अधिकारियों ने कहा है कि ये सारी बरामदगी पटना, फुलवारी शरीफ, दिल्ली एनसीआर, रांची लालू प्रसाद की बेटियों रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव और राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना, अमित कत्याल, नवदीप सरदाना और प्रवीण जैन के स्थानों से हुई हैं।
लालू यादव ने बीजेपी को लिया आड़े हाथों
ईडी की इस रेड पर लालू यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीजेपी पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा "हमने आपातकाल का काला दौर भी देखा है। हमने वह लड़ाई भी लड़ी थी। आधारहीन प्रतिशोधात्मक मामलों में आज मेरी बेटियों, नन्हें-मुन्ने नातियों और गर्भवती पुत्रवधु को भाजपाई ईडी ने 15 घंटों से बैठा रखा है। क्या इतने निम्नस्तर पर उतर कर बीजेपी हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी?"
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) March 10, 2023
लालू आगे लिखते हैं "संघ और बीजेपी के विरुद्ध मेरी वैचारिक लड़ाई रही है और रहेगी। इनके समक्ष मैंने कभी भी घुटने नहीं टेके हैं और मेरे परिवार एवं पार्टी का कोई भी व्यक्ति आपकी राजनीति के समक्ष नतमस्तक नहीं होगा।"
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) March 10, 2023
सीबीआई से लालू का आमना-सामना
बता दें कि, कुछ दिनों पहले ही लालू यादव को सीबीआई ने जमीन घोटाले मामले में साढ़े चार घंटे की पूछताछ की थी। उस समय भी लालू यादव भाजपा पर जमकर बरसे थे और हा था कि केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है, जो सरासर गलत है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, लालू यादव पर आरोप है कि जब वो साल 2004-2009 में रेल मंत्री के पद पर थे। तब उन्होंने रेलवे ग्रुप डी की नौकरी देने के बदले में बहुत ही कम दाम में तोहफे के तौर पर जमीनें लीं, जिसमें उनके परिवार के लोग भी शामिल हैं। राजद प्रमुख पर यह भी आरोप है कि पहले वो अस्थाई तौर पर रेलवे में नियुक्ति करते थे लेकिन बाद में जमीन की डील पूरी हो जाने पर स्थाई रूप से नौकरी दी जाती थी।
रेलवे नौकरी घोटाले के मामले में सीबीआई ने पिछले साल अक्टूबर के महीने में दिल्ली के कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। वहीं इस पूरे मामले में अदालत ने लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत अन्य आरोपियों को 15 मार्च को पेश होने का आदेश दिया है।
Created On :   11 March 2023 10:26 AM IST