बजरंग दल के दिवंगत कार्यकर्ता के परिजन के लिए चुनावी टिकट की मांग तेज

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक में उपद्रवियों के एक गिरोह द्वारा मारे गए शिवमोगा के बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष के परिवार के सदस्यों में से एक को विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ भाजपा का चुनावी टिकट देने की मांग को लेकर कर्नाटक में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर आंदोलन छेड़ दिया है। अभियान दिन-ब-दिन मजबूत होता जा रहा है और सत्तारूढ़ भाजपा घटनाओं को ऐसा मोड़ दिए जाने से खफा है। दूसरी ओर, हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने केवल राजनीतिक लाभ लेने और हिंदुत्व के लिए लड़ते हुए अपना बहुमूल्य जीवन बलिदान करने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं को कमतर आंकने के लिए सरकार की आलोचना की है।
नेटिजन्स भाजपा से शिवमोग्गा शहर विधानसभा क्षेत्र के टिकट की मांग कर रहे हैं, जिसका प्रतिनिधित्व इस समय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा कर रहे हैं। श्रीराम सेना के संस्थापक प्रमोद मुतालिक ने कड़ा बयान जारी कर कहा है कि भाजपा को हिंदुत्व के उन कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए, जिनका समर्थन उसे चुनाव जीतने के लिए चाहिए। हर्ष के प्रशंसक और सैकड़ों हिंदू कार्यकर्ता भाजपा से आश्वासन देने के बजाय चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने की मांग कर रहे हैं। विपक्षी कांग्रेस ने मौके का फायदा उठाते हुए सत्तारूढ़ दल को चुनौती दी कि वह हर्ष की मां को टिकट देकर हिंदुत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित करे।
ईश्वरप्पा ने कहा कि अगर पार्टी फैसला करती है तो वह हर्ष के परिवार के किसी सदस्य के लिए अपना निर्वाचन क्षेत्र छोड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सीट छोड़ने का कोई मलाल नहीं रहेगा। ऑनलाइन अभियान के जरिए हर्ष की मां के खाते में 60 लाख रुपये से ज्यादा की रकम जमा हो चुकी है। 20 फरवरी को शिवमोगा में एक उग्र हिंदू कार्यकर्ता हर्ष की हत्या कर दी गई थी, जिससे जिले में व्यापक हिंसा हुई थी। इस मामले ने राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं और सरकार ने कहा कि यह जो दिखता है, उससे कहीं अधिक है। पुलिस ने इस सिलसिले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। शिवमोगा शहर के हालात सात दिनों के कर्फ्यू के बाद आखिरकार सोमवार (28 फरवरी) से सामान्य हो गए।
(आईएएनएस)
Created On :   2 March 2022 8:00 PM IST