पार्थ चटर्जी पर ममता बनर्जी ने लिया बड़ा एक्शन, घोटाले में नाम आने के बाद मंत्री पद से हटाया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। घोटाले में नाम आने के पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया है। फिलहाल पार्थ चटर्जी प्रदेश के उद्योग मंत्री थे। जिस घोटाले में उनका नाम उजागर हुआ है, वो उनके शिक्षा मंत्री रहते हुए हुआ था। मंत्री पद के साथ साथ उन्हें बाकी पदों से भी हटा दिया गया है। उनके पास सूचना एवं प्रसारण, संसदीय मामले जैसे अहम विभाग भी थे। ये विभाग भी उनसे ले लिए गए हैं।
मंत्री की करीबी के घर रेड से मिले करोड़ों
पार्थ चटर्जी की करीबी मानी जाने वाली अर्पिता मुखर्जी के पांच ठिकानों पर अब तक ईडी ने एक साथ छापेमारी कर जांच की, छापेमारी में ईडी के अधिकारियों को पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया आवास से निकले। वहां से लगभग 29 करोड़ रुपये की नकदी के साथ 10 ट्रंक भरने के बाद वहां से निकले। अर्पिता मुखर्जी के आवास से अब तक कुल 40 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। इससे पहले पूर्व शिक्षा मंत्री के करीबी माने जाने वाली अर्पिता मुखर्जी के एक आवास ने 20 करोड़ नकद और अन्य सामान मिला।
उत्तर 24 परगना: ED के अधिकारी पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया आवास से निकले। वहां से लगभग 29 करोड़ रुपये की नकदी के साथ 10 ट्रंक भरने के बाद वहां से निकले। अर्पिता मुखर्जी के आवास से अब तक कुल 40 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। pic.twitter.com/28BfABNvk5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 28, 2022
पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया टाउन क्लब स्थित आवास से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई है। अब तक 15 करोड़ रुपये गिने गए हैं, और पैसों की वसूली की उम्मीद है।
पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया टाउन क्लब स्थित आवास से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई है। अब तक 15 करोड़ रुपये गिने गए हैं, और पैसों की वसूली की उम्मीद है। pic.twitter.com/75uY0npo0A
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2022
पश्चिम बंगाल | TMC विधायक माणिक भट्टाचार्य कोलकाता में ED कार्यालय से रवाना हुए। उन्हें एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में ED द्वारा तलब किया गया था
पश्चिम बंगाल | TMC विधायक माणिक भट्टाचार्य कोलकाता में ED कार्यालय से रवाना हुए। उन्हें एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में ED द्वारा तलब किया गया था। pic.twitter.com/u2WYXIJipp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2022
आईएएनएस न्यूज एजेंसी के हवाले से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से 27.90 करोड़ रुपये और छह किलो सोना बरामद किया है। गुरुवार की सुबह आरबीआई का एक ट्रक अर्पिता के घर से स्टील के दस ट्रंक में नकदी और सोना ले गया।
इससे पहले, बुधवार शाम ईडी के अधिकारियों ने कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके अर्पिता के बेलघरिया फ्लैट में बेडरूम की अलमारी में 500 रुपये और 2,0000 रुपये नकदी के बंडल देखे थे। उन्होंने अनुमान लगाया था कि यहां ढेर की गई नकदी बहुत अधिक हो सकती है, जो उसके डायमंड सिटी आवास से बरामद की गई राशि से अधिक होगी।
अधिकारी ने कहा, इसलिए, हमने जोखिम नहीं लिया और जंबो करेंसी काउंटिंग मशीनों का अनुरोध किया जो एक बार में अधिक नोटों की गिनती कर सकते हैं। हमारे अनुरोध का पालन किया गया और जल्द ही भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारी चार ऐसी जंबो करेंसी काउंटिंग मशीनों के साथ पहुंचे जो 1,000 नोटों की गिनती कर सकते हैं। एक बार में और एक मिनट में। फिर भी, मतगणना प्रक्रिया पूरी करने के साथ-साथ उन्हें स्टील के ट्रंक में लोड करने में गुरुवार की सुबह तक का समय लगा। अधिकारी ने कहा, इसके अलावा, हमने बार और गहनों के रूप में लगभग छह किलो सोना भी बरामद किया है, जिसकी कीमत 4 करोड़ रुपये से अधिक है। इसलिए अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैटों से कुल नकद वसूली 49.10 करोड़ रुपये है।
बेलघरिया स्थित आवास से चांदी के कई सिक्के भी बरामद हुए हैं, जिनकी बाजार कीमत अभी पता नहीं चल पाई है। अधिकारियों ने कहा कि अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया आवास से कुल 27.90 करोड़ रुपये की वसूली दर्ज की गई है, जबकि उनके डायमंड पार्क आवास से 21.20 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। भारी नकदी और सोने की बरामदगी पर तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि जो कुछ भी हो रहा है वह गंभीर चिंता का विषय है और वास्तव में बेहद शर्मनाक है। घोष ने कहा, हालांकि, मुझे यकीन है कि पार्टी नेतृत्व पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रहा है और सही समय पर उचित फैसला लेगा।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि इतनी बड़ी नकद बरामदगी के बाद भी अगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से नहीं हटाती हैं, तो यह स्पष्ट होगा कि अवैध नकदी का हिस्सा सिर्फ पार्थ चटर्जी तक ही सीमित नहीं है। पार्थ चटर्जी को राज्य के शिक्षा मंत्री रहते हुए सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
Created On :   28 July 2022 8:24 AM IST