सीबीआई को गिरफ्तार तृणमूल विधायक के सेलफोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने की अनुमति मिली

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को विशेष अदालत से तृणमूल कांग्रेस विधायक जीबन कृष्णा साहा के दो सेलफोन फोरेंसिक जांच के लिए भेजने की अनुमति मिल गई है। साहा को सीबीआई ने 17 अप्रैल को सरकारी स्कूलों में शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती में करोड़ों रुपये के घोटाले में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया था। सीबीआई उनके ठिकाने पर छापा मारने गई थी।
दोनों फोन को काफी मशक्कत के बाद पानी से बाहर निकाला गया और गुरुवार को सीबीआई को कोर्ट से फॉरेंसिक टेस्ट के लिए भेजने की इजाजत मिल गई। हालांकि सीबीआई को उम्मीद है कि दो सेलफोन में भर्ती घोटाले में साहा की संलिप्तता के बारे में पर्याप्त सुराग होंगे, लेकिन फोन लंबे समय तक पानी के अंदर थे, इसलिए इससे कितना कुछ बरामद किया जा सकता है, यह फॉरेंसिक टेस्ट के बाद ही पता चलेगा।
जानकारों के मुताबिक, अगर दोनों फोन का हार्डवेयर बरकरार रहा तो डेटा रिकवर करने की प्रक्रिया आसान हो जाएगी। सीबीआई पहले ही साहा के 10 बैंक खातों को फ्रीज कर चुकी है। सूत्रों ने बताया कि अगले चरण में सीबीआई उन बैंक शाखाओं के अधिकारियों को तलब करेगी, जहां ये खाते थे, ताकि लेन-देन की जानकारी हासिल की जा सके।
सीबीआई वर्तमान में साहा से बीरभूम जिले के विभिन्न हिस्सों में भूमि, आवासीय फ्लैट और तेल मिलों के रूप में उच्च अंत संपत्ति खरीदने के लिए अपने धन के स्रोतों के बारे में पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने कहा कि सीबीआई इस बात को लेकर काफी हैरान है कि गिरफ्तार विधायक ने मौजूदा बाजार दर से काफी कम कीमत पर संपत्ति कैसे खरीदी।
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Created On :   20 April 2023 8:30 PM IST