सीबीआई के बाद लालू यादव पर ईडी का शिकंजा, 15 ठिकानों पर कर रही है ताबड़तोड़ छापा मारी
डिजिटल डेस्क, पटना। जमीन घोटाले मामले में राजद प्रमुख लालू यादव की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। हाल ही में दिल्ली में मौजूद रहे लालू यादव से सीबीआई ने साढ़े चार घंटे पूछताछ की थी। अब लालू यादव पर प्रवर्तन निदेशालय यानी कि ईडी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बता दें कि, लालू यादव से जुड़े 15 ठिकानों पर ईडी ने छापा मारी की है। ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में लालू यादव की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं। ये छापेमारी मुबंई, दिल्ली, यूपी और पटना में हुई है। सूत्रों के मुताबिक, लालू यादव की तीन बेटियों के घर भी ईडी की टीम पहुंची हुई है। जहां जमीन घोटाले को लेकर रेड की जा रही है। जिनका घर दिल्ली में ही स्थित है।
डिप्टी सीएम के यहां पहुंची ईडी
दिल्ली में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के घर भी प्रवर्तन निदेशालय ने धावा बोला है। लैंड फॉर जॉब केस मामले में आरजेडी के पूर्व विधायक अबू दोजान के आवास पर भी ईडी ने छापा मारा है। बता दें कि, दोजान पेशे से एक बिल्डर हैं। जिनके पटना स्थित आवास पर अभी भी छापे मारी चल रही है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 10, 2023
आरजेडी ने क्या कहा?
वहीं इस पूरे मामले पर आरजेडी का बयान सामने आया है। पार्टी ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि यह साल 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए मोदी सरकार सीबीआई और ईडी के छापे करवा रही है। लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। लालू, तेजस्वी को जितना दबाओगे वो उतना ही उभरेंगे।
राबड़ी से भी हो चुका है सवाल-जवाब
कुछ दिनों पहले ही लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से सीबीआई ने करीब 6 घंटे तक पटना में स्थित उनके आवास पर ही पूछताछ की थी। जिसके बाद राबड़ी को केंद्र सरकार पर गरजते हुए भी देखा गया था। जब उनसे लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई से पूछे गए सवाल के बारे में जानने के लिए मीडिया ने राबड़ी से सवाल किया तो उन्होंने कहा था कि ये सब तो होता रहता है, हमारे घर सीबीआई आती जाती रहती है। ये कोई नई बात थोड़ी ही हैं। वहीं तेजस्वी ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि जब तक आप बीजेपी में रहेंगे तक आप राजा हरीशचन्द्र होंगे, जैसे ही आप अलग होंगे, करप्ट हो जाएंगे। भाजपा की ये करतूत बिहार की जनता सब देख रही है।
क्या है लालू पर आरोप?
दरअसल, लालू यादव पर आरोप है कि जब वो साल 2004-2009 में रेल मंत्री के पद पर थे। जब उन्होंने रेलवे ग्रुप डी की नौकरी देने के बदले बहुत ही कम दाम में तोहफे के तौर पर जमीनें लीं, जिसमें उनके परिवार के लोग भी शामिल हैं। राजद प्रमुख पर यह भी आरोप है कि पहले वो अस्थाई तौर पर रेलवे में नियुक्ति करते थे लेकिन बाद में जमीन की डील पूरी हो जाने पर स्थाई रूप से नौकरी दी जाती थी।
रेलवे नौकरी घोटाले के मामले में सीबीआई ने पिछले साल अक्टूबर के महीने में दिल्ली के कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। वहीं इस पूरे मामले में अदालत ने लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत अन्य आरोपियों को 15 मार्च को पेश होने का आदेश दिया है।
Created On :   10 March 2023 10:24 AM IST