उपचुनाव 2025: मिल्कीपुर के बहाने नये सिरे से लड़ी जा रही है अयोध्या की लड़ाई
- अयोध्या की पहली सियासी जंग राम मंदिर निर्माण से जुड़ी
- अवधेश प्रसाद की जीत को बीजेपी के लिए अयोध्या की हार के रूप में प्रचारित किया
- उपचुनाव में बीजेपी ने 9 में से 7 सीटें जीती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद से अयोध्या में नई जंग शुरु हो चुकी है। ईसी ने पीसी करते बताया कि मिल्कीपुर में 5 फरवरी को वोटिंग होगी, जबकि नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। 2024 में राम मंदिर उद्घाटन के बाद लोकसभा चुनाव हुए थे, मंदिर उद्घाटन की सालगिरह के उत्सव के ठीक बाद मिल्कीपुर में उपचुनाव है। यूपी के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी महाकुंभ भी है।
आपको बता दें वैसे तो अयोध्या की पहली सियासी जंग राम मंदिर निर्माण से जुड़ी हुई है। जो जनवरी 2024 में मंदिर के उद्घाटन के साथ ही खत्म भी हो गई। लेकिन यहां से यूपी विधानसभा चुनाव में सपा ने चुनाव जीत कर बीजेपी के मंसूबे पर पानी फेर दिया था। सपा ने तब मिल्कीपुर के विधायक रहे अवधेश प्रसाद की जीत को बीजेपी के लिए अयोध्या की हार के रूप में प्रचारित किया था।
आपको बता दें हाल ही में 9 सीटों पर हुए उपचुनाव में सपा को बड़ा झटका लगा , उपचुनाव में बीजेपी ने 9 में से 7 सीटें जीती। जबकि सपा 2 सीटों पर चुनाव जीत सकी। उपचुनाव में अपनी जीत को बीजेपी ने अयोध्या जंग जीतने के तौर पर प्रचार किया। यहां की चर्चा ठीक वैसे ही है जैसे 2017 में योगी आदित्यनाथ के सीएम बन जाने के बाद गोरखपुर और फूलपुर सीटों पर बीजेपी हार गई थी।
Created On :   7 Jan 2025 8:09 PM IST