अपनों के निशाने पर कंगना: कृषि कानूनों पर फिर दिया बयान, बीजेपी ने किया किनारा, जेडीयू नेता बोले - 'यह किसानों का अपमान'
- कंगना ने फिर दिया कृषि कानूनों पर बयान
- बढ़ी सियासी सरगर्मी
- एनडीए में शामिल सहयोगी दलों ने उठाए सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत एक फिर चर्चा में हैं। वजह उनका कृषि कानून पर दोबारा दिया हालिया बयान है। जिसमें उन्होंने कृषि कानूनों को किसानों के लिए फायदेमंद बताते हुए उन्हें वापस लाने की बात कही। उनके इस बयान के सामने आने के बाद सियासत गरमा गई है। बीजेपी ने कंगना के बयान से किनारा करते हुए इसे उनका निजी बयान बताया है। वहीं, सहयोगी दलों की तरफ से भी इस पर बयानबाजी शुरू हो गई है।
यह किसानों का अपमान
केंद्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी एलजेपी के प्रमुख और मंत्री चिराग पासवान ने कंगना के बयान पर कहा, "ये कंगना का पर्सनल स्टेटमेंट हो सकता है, ये उनकी सोच हो सकती है। पार्टी का कोई बयान नहीं है। वहीं, एनडीए सरकार में शामिल एक और दल जेडीयू की ओर से कंगना के इस बयान पर आपत्ति जताई गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कंगना के बयान को किसानों का अपमान बताते हुए कहा है कि बीजेपी को एक्शन लेना चाहिए। ये तो प्रधानमंत्री के फैसले का अपमान है। हमारी पार्टी भी कृषि कानूनों के खिलाफ थे, हम कंगना के बयान का विरोध करते हैं।
बीजेपी ने किया किनारा
कंगना के कृषि कानूनों पर दिए बयान को उनका निजी बयान बताते हुए पार्टी ने किनारा कर लिया है। बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने एक्स पर लिखा, "सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए गए कृषि बिलों पर बीजेपी सांसद कंगना रनौत का बयान वायरल हो रहा है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत बीजेपी की तरफ से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं, और यह कृषि बिलों पर बीजेपी के नजरिए को नहीं दर्शाता है। हम इस बयान को अस्वीकार करते हैं।"
क्या बोली कांग्रेस
कंगना के बयान पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'किसानों पर लादे गए 3 काले कानून वापस लाने चाहिए. BJP की सांसद कंगना रनौत ने ये बात कही। देश के 750 से ज्यादा किसान शहीद हुए, तब जाकर मोदी सरकार की की नींद टूटी और ये काले कानून वापस हुए।' पार्टी ने आगे लिखा, 'अब BJP के सांसद फिर से इन कानून की वापसी का प्लान बना रहे हैं। कांग्रेस किसानों के साथ है। इन काले कानून की वापसी अब कभी नहीं होगी, चाहे नरेंद्र मोदी और उनके सांसद जितना जोर लगा लें।'
बता दें कि मंगलवार को अपने संसदीय इलाके मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए कंगना रनौत ने कहा, 'मुझे पता है कि यह बयान विवादास्पद हो सकता है लेकिन तीन कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। किसानों को खुद इसकी मांग करना चाहिए।
Created On :   25 Sept 2024 10:35 AM IST