दिल्ली पॉलिटिक्स: इफ्तार बनाम फलाहार पर जुबानी जंग तेज, BJP ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा - ‘समाज विरोधी नेताओं के चंगुल में न फंसे मुसलमान’

इफ्तार बनाम फलाहार पर जुबानी जंग तेज, BJP ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा - ‘समाज विरोधी नेताओं के चंगुल में न फंसे मुसलमान’
  • दिल्ली में इफ्तार बनाम फलाहार पर सियासत तेज
  • भाजपा ने विपक्ष पर जमकर साधा निशाना
  • मुस्लिम लोगों से कही ये बात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के सियासी गलियारों में इफ्तार बनाम फलाहार के मुद्दे पर बहस छिड़ गई है। इस मुद्दे को लेकर भाजपा और विपक्ष दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इस बीच सांसद मनोज तिवारी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सलाह दी कि लोग विपक्ष के झांसे में न आए। जबकि, दिल्ली सरकार में मंत्री आशीष सूद ने दावा किया कि 'फलाहार' के जरिए बीजेपी अपनी संस्कृति और विरासत को संभालने का काम कर रही है।

इफ्तार बनाम फलाहार पर सियासत तेज

बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "जो इफ्तार वाले लोग हैं, वे इफ्तार करें और जो फलाहार वाले हैं, वे फलाहार करें. यही सबका साथ, सबका विकास का मंत्र है और पीएम मोदी इसे सफल बनाने में लगे हुए हैं। मैं मुस्लिम समाज से कहना चाहता हूं कि वे भ्रमित न हों, क्योंकि कोई उन्हें वक्फ बोर्ड के नाम पर भ्रमित कर रहा है तो कोई तीन तलाक के नाम पर भ्रमित कर रहा है।''

उन्होंने आगे कहा, ''मैं मुस्लिम और दलित समाज से यही कहूंगा कि जो चोर, भ्रष्ट और तुष्टिकरण फैलाने वाले नेता हैं उनसे बचें। ये लोग सिर्फ बांटने और भ्रमित करने में लगे रहते हैं. मैं प्रार्थना करता हूं कि ऐसे भ्रष्ट और समाज विरोधी नेताओं के चंगुल में न आएं।''

आशीष सूद ने भी दी प्रतिक्रिया

दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष सूद ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "अब समय बदल गया है, क्योंकि भारत की परंपरा को देश की हैरिटेज और संस्कृति को जीवित रखने का काम बीजेपी की सरकार कर रही है।''

इसके अलावा बीजेपी विधायक अभय वर्मा ने भी इफ्तार बनाम फलाहार के मुद्दे पर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा, "हमारे देश में सभी धर्मों को अपनी पूजा-पद्धति अपनाने का पूरा अधिकार है। हिंदू नववर्ष तो बरसों से मनाया जा रहा है, ये कोई नई बात नहीं है। मैं इतना ही कहूंगा कि 27 साल बाद हमारी सरकार बनी है और हिंदू समाज के लोग नववर्ष को बहुत ही उत्साह के साथ मनाएंगे। अब जो लोग धर्म के नाम पर राजनीति करना चाहते हैं, तो उन्हें ही जवाब देना होगा कि वे एक जगह तो जाते हैं, मगर दूसरी जगह नहीं जाते हैं।"

Created On :   29 March 2025 8:54 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story