राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: तैयारियों से लेकर मूर्ति और निमंत्रण पर खूब हो रही है राजनीति, कांग्रेस नेता दिग्विजय ने कहा जिस मूर्ति पर था विवाद, वो मूर्ति कहां है?
- प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर करोड़ों लोगों की निगाहें
- तैयारियों को लेकर सजी अयोध्या
- नई मूर्ति की आवश्यकता क्यों- दिग्विजय सिंह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा होने जा रहा है। जिस पर पूरे देश के हिंदुयों के साथ दुनियाभर में रह रहें हिंदुओं की नजर हैं। इस दिन अयोध्या में भव्य और प्रतिष्ठित कार्यक्रम की तैयारियां तेजी से चल रही है। किसे निमंत्रण भेजा जाए और किसे नहीं, इसको लेकर पक्ष- विपक्ष के बीच खूब राजनीति हो रही है। दूसरी तरफ मूर्ति को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे है कि जिस मूर्ति पर सारा झगड़ा हुआ, वो मूर्ति कहां है। दूसरी नई मूर्ति क्यों लाई जा रही है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा प्राण-प्रतिष्ठा का ये कार्यक्रम देश और दुनिया भर में करोड़ों लोग निगाहें लगाकर देखेंगे। जिनको निमंत्रण मिला है वे अयोध्या जरूर जाएं और जिनको नहीं मिला है वो घर में ही दीपक जलाएं। ये पल हम सबके जीवन में एक बहुत बड़ा पल है जब हम अपने सामने उस सपने को पूरा होते देख रहे हैं जो कई पीढ़ियों ने देखा था।
तैयारियों को लेकर अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल ने मीडिया को बताया कि 22 जनवरी को जो प्राण-प्रतिष्ठा होनी है उसकी तैयारियों के संबंध में हमने आज जन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। वहां पर किस प्रकार की सिटिंग होनी है? हमारे मेहमान कहां रुकेंगे? किस माध्यम से वो लोग यहां पर पहुंच रहे हैं। इन सब मामलों को लेकर चर्चा थी। हम कहीं भी किसी प्रकार की अव्यवस्था की आशंका नहीं छोड़ना चाहते हैं। संत समाज के करीब 5000 लोग विभिन्न माध्यमों से आएंगे, जो अन्य 2-2.5 हजार के आस-पास मेहमान हैं उनके लिए संपर्क स्थापित किया जा रहा है।
एक तरफ रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करने का भव्य कार्यक्रम किया जा रहा है, दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अयोध्या राम मंदिर को लेकर कहा है कि जिस राम लला की मूर्ति पर सारा झगड़ा हुआ, वो मूर्ति कहां है? वो मूर्ति स्थापित क्यों नहीं हुई? नई मूर्ति की आवश्यकता क्या पड़ी?"
Created On :   3 Jan 2024 9:21 AM GMT