लोकसभा चुनाव 2024: चुनाव मैदान में कांग्रेस के लिए ‘दिल खुला’ है, जरूरत पड़ी तो अकेले भी उतर सकते हैं: टीएमसी

चुनाव मैदान में कांग्रेस के लिए ‘दिल खुला’ है, जरूरत पड़ी तो अकेले भी उतर सकते हैं: टीएमसी
  • बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी से सीट की भीख नहीं मांगेगी कांग्रेस-अधीर
  • दोनों दलों के शीर्ष नेताओं द्वारा लिया जाएगा अंतिम निर्णय
  • अधीर के बयान के दो दिन बाद टीएमसी नेता ने की टिप्पणी

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के लिए उसका ‘‘दिल खुला’’ है लेकिन अगर बातचीत विफल रहती है तो वह अकेले चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार है। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुदीप बंदोपाध्याय की यह टिप्पणी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के उस बयान के दो दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी से सीट की भीख नहीं मांगेगी।

लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि सीट बंटवारे के बारे में कांग्रेस के स्थानीय नेता क्या सोच रहे हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि अंतिम निर्णय दोनों दलों के शीर्ष नेताओं द्वारा लिया जाएगा।

खबरों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस राज्य की 42 लोकसभा सीट में से चार सीट कांग्रेस के लिए छोड़ने पर विचार कर रही है। टीएमसी नेता इसके पीछे की वजह बताते हुए कहते है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने 22 सीट, कांग्रेस ने दो सीट और बीजेपी ने राज्य में 18 सीट हासिल की थी। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मुर्शिदाबाद जिले की बहरामपुर सीट से जीत दर्ज की थी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अबू हासिम खान चौधरी ने पड़ोसी मालदा जिले की मालदा दक्षिण सीट से लगातार तीसरी जीत हासिल की थी।

पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "ये स्पष्ट है कि सत्तारूढ़ पार्टी की मदद पीछे से है ये इनको पीछे से मदद देती है तभी बंगाल में 'काका बाबू', 'खोका बाबू', शाहजहां और 'नूरजहां' की कोई कमी नहीं है। अगर बीजेपी में हिम्मत है तो उन्हें कुछ करके दिखाना चाहिए। वे मणिपुर में कुछ कर नहीं पाए। तो बंगाल में कैसे करेंगे? हम कम से कम अशांत क्षेत्र में राष्ट्रपति शासन चाहते हैं। लेकिन उनमें हिम्मत नहीं है, वे सिर्फ बड़े-बड़े दावे करते हैं। शायद मोदी जी और दीदी के बीच गहरा संबंध है इसलिए ऐसा नहीं हो पा रहा।

टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘हमारी नेता ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं कि कांग्रेस के लिए हमारा दिल खुला है। अब, वे क्या करेंगे यह उन पर निर्भर है। पश्चिम बंगाल में गठबंधन होगा या नहीं, इसका अंतिम फैसला सोनिया गांधी और ममता बनर्जी करेंगी। स्थानीय कांग्रेस नेता क्या सोचते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।

Created On :   7 Jan 2024 12:07 PM IST

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