धार्मिक यात्रा को लेकर हरियाणा में बवाल, सरकार और हिंदू संगठन आए आमने-सामने
- ब्रज मंडल शोभा यात्रा दोबारा निकालने का वीएचपी ने किया आह्वान
- हरियाणा सरकार ने यात्रा निकालने की नहीं दी परमिशन
- नूंह जिले में प्रशासन ने की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
डिजिटल डेस्क, गुरूग्राम। हरियाणा के नूंह में ब्रजमंडल यात्रा निकालने को लेकर राज्य की खट्टर सरकार और हिंदू संगठन आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल, विश्व हिंदू परिषद द्वारा नूंह में फिर से ब्रज मंडल शोभा यात्रा दोबारा निकालने का आह्वान किया गया है। इसके बाद से ही नूंह में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। साथ ही इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा है कि 28 अगस्त को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा निकालने की परमिशन किसी को नहीं दी गई है।
सीएम खट्टर ने लोगों से स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक करने की अपील की
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि 'महीने की शुरुआत में वहां (नूंह) जिस तरह की घटना हुई, उसे देखते हुए यह सुनिश्चित करना सरकार का कर्तव्य है कि इलाके में कानून-व्यवस्था बनी रहे। हमारी पुलिस और प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि लोग यात्रा (ब्रज मंडल शोभा यात्रा) निकालने के बजाय पास के मंदिरों में जाएं और पूजा करें। यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है लेकिन लोग जा सकते हैं और मंदिरों में पूजा-अर्चना कर सकते हैं क्योंकि यह सावन का महीना है।'
विश्व हिंदू परिषद ने किया पलटवार
सीएम खट्टर के परमिशन वाले बयान पर अब विश्व हिंदू संगठन ने पलटवार किया है। संगठन का कहना है कि भारत एक धर्मपरायण देश है और यहां किसी धार्मिक यात्रा के लिए परमिशन नही ली जाती। संगठन के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि, 'हम 28 अगस्त को सुबह 11 बजे यात्रा की शुरुआत करेंगे। यात्रा की परमिशन लेने का कोई सवाल ही नहीं उठता। इस दिन पवित्र सावन का आखिरी सोमवार है और हर श्रद्धालु का अधिकार है कि वह अपने इष्ट देव का जलाभिषेक करे।' उन्होंने आगे कहा कि 'भारत एक धर्मपरायण देश है, यहां किसी भी यात्रा के लिए परमिशन नहीं ली जाती।' विनोद बंसल ने सवाल किया कि 'क्या कभी कुंभ के लिए परमिशन ली जाती है?'
वहीं सरकार के इस फैसले पर संगठन के नेता आलोक कुमार ने कहा, "हम जानते हैं कि जी20 शुरू होने वाला है, इसलिए हम यात्रा को छोटा करेंगे, लेकिन हम इसे छोड़ेंगे नहीं और कल इसे पूरा करेंगे और मैं भी इसमें भाग लूंगा। कानून और व्यवस्था के मुद्दे क्यों उठेंगे? सरकार वहां क्यों है? सरकार कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए है ताकि लोग अपने धार्मिक कार्यक्रमों को शांतिपूर्वक और सुरक्षित रूप से आयोजित कर सकें। हम इसे शांतिपूर्वक आयोजित करेंगे और प्रशासन व सरकार को कानून एवं व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए।"
यात्रा से पहले राज्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
वहीं यात्रा से पहले प्रशासन ने नूंह समेत राज्य के अन्य इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। पुलिस द्वारा पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी की जा रही है। नूंह की सभी सीमाओं को प्रशासन द्वारा सील कर दिया है। यहां पुलिस के अलावा आएएएफ और पैरामिलिट्री के जवान तैनात किए जा रहे हैं। इसके साथ ही जिले की सभी शिक्षण संस्थाओं को बंद करने का निर्णय भी प्रशासन द्वारा लिया गया है।
Created On :   27 Aug 2023 6:20 PM IST