महाराष्ट्र BMC चुनाव 2025: क्या भाजपा से गठबंधन तोड़कर पछता रहे उद्धव ठाकरे? मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के दावे ने बड़ा सियासी पारा

क्या भाजपा से गठबंधन तोड़कर पछता रहे उद्धव ठाकरे? मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के दावे ने बड़ा सियासी पारा
महाराष्ट्र में होने है विधानसभा चुनाव

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में बीएमसी चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सरकार में मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि साल 2019 में भाजपा छोड़ कांग्रेस के साथ गठबंधन करके शिवसेना (उद्धव गुट) पछता रही है। इस वजह से वह आगामी बीएमसी चुनाव अकेले लड़ रही है। बावनकुले ने कहा कि शिवसेना को कांग्रेस के साथ गठबंधन करने एक भूल लग रही है। बता दें, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एमवीए को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद से ही सूबे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बयानबाजी हो रही है। इस बीच एमवीए के घटक दल शिवसेना (यूबीटी) ने दिन में ऐलान किया है कि वह स्थानयीय निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी।

चंद्रशेखर बावनकुले का उद्धव ठाकरे पर तंज

इस बारे में शिवसेना नेता संजय राउत ने अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के लिए गठबंधन में शामिल दलों के कार्यकर्ताओं के लिए अवसरों की कमी और संगठनात्मक विकास के अधिकार। इस पर भाजपा ईकाई के अध्यक्ष बावनकुले ने कहा, "शिवसेना को 2019 में बीजेपी और देवेंद्र फडणवीस के बजाय कांग्रेस को चुनने की अपनी गलती का अहसास हो गया है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी को अहसास हो गया है कि कांग्रेस की विचारधारा उसे आगे नहीं ले जा सकती है।"

बता दें, साल 2019 में उद्धव ठाकरे ने विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ दशकों पुराना गठबंधन तोड़ दिया था। इसके बाद उन्होंने गठबंधन छोड़ने की पीछे बीजेपी द्वारा मुख्यमंत्री पद का वादा पूरा नहीं करने का तर्क दिया था। इस वजह से उन्होंने भाजपा का दामन छोड़ा था। उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रवादी (अविभाजित), कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन किया था। इसके बाद उद्धव ठाकरे 2019 से 2022 तक मुख्यमंत्री रहे। बावनकुले ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महायुति’ कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने के लिए तैयार करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।

बीएमसी चुनाव को लेकर बावनकुले ने कही ये बात

बावनकुले ने आगे कहा, "अगर केंद्र से लेकर पंचायत स्तर तक एक ही विचारधारा वाली एक पार्टी या गठबंधन सत्ता में है, तो विकास के लिए रखा गया एक-एक पैसा दिल्ली से जमीनी स्तर तक पहुंचता है।" बावलकुले ने कहा कि महायुति में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है। इसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी शामिल है।

बावलकुले ने कहा कि बीजेपी अहंकारी नहीं होगी और स्थानीय चुनावों में सहयोगियों को समायोजित करने का प्रयास करेगी। मुंबई, ठाणे और नागपुर सहित कई शहरी क्षेत्रों में चुनाव 2022 की शुरुआत से लंबित हैं। प्रदेश बीजेपी के शिरडी में रविवार को आयोजित किए जा रहे एक दिवसीय सम्मेलन के बारे में बावनकुले ने बताया कि इसमें 15000 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे, जिनमें प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 50 प्रतिनिधि शामिल होंगे।

Created On :   12 Jan 2025 4:19 PM IST

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