खाली जाएगा विपक्षी एकता तोड़ने का बीजेपी का बड़ा दांव या NCP में फूट से टूट जाएगा महागठबंधन? पवार के नए 'साथियों' ने दिया ये जवाब
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- NCP की वजह से विपक्षी एकता में दरार!
- विपक्षी एकता पर कांग्रेस का बड़ा बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के सियासी उठापटक के बीच अब सवाल विपक्षी एकता पर उठने लगे हैं। बीते महीने 23 जून को पटना में विपक्षी एकता की बैठक हुई थी। जिसमें देश की 15 राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की थी। सभी ने एक सुर में बीजेपी को हराने के लिए हामी भरी थी। इस बैठक में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार भी मौजूद थे लेकिन आज की स्थिति बिल्कुल अलग है क्योंकि उनके भतीजे अपने पूरे दलबल के साथ महाराष्ट्र सरकार से जुड़ गए हैं और खुद डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली है। चाचा शरद पवार बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी एकता के अहम किरदार बने हुए थे। उन्होंने विपक्षी एकता की बैठक के बाद मीडिया से कहा था कि, मौजूदा सरकार लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर कर रही है। जिसको देखते हुए हम सबको एक साथ आना चाहिए। सियासी गलियारों में चर्चा है कि, क्या शरद पवार के हाथों से पार्टी निकल जाने पर विपक्षी एकता पर प्रभाव पड़ेगा या पहले जिस तरह एकजुट दिखे थे वैसा फिर देखने को मिलेगा।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से देश की सभी प्रमुख पार्टियां भाजपा को घेरने के लिए रणनीति बना रही थी। उस पर अजित पवार ने पानी फेरने का काम किया है। सियासत के जानकार कहते हैं कि, देश के अन्य राज्यों में विपक्षी एकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन जहां शरद पवार की तूती बोलती थी वहां विपक्षी की एकता जरूरी कमजोर होगी। महाराष्ट्र के अलावा एनसीपी की धाक अन्य जगहों पर नहीं है। लेकिन अब वहां भी शिवसेना की तरह एनसीपी दो भागों में बंट गई है। जिसका सीधा असर आगामी चुनावों के परिणाम पर पड़ेगा।
विपक्षी एकता कायम- कांग्रेस
विपक्षी एकता के कमजोर होने के सवाल पर कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि, इस पूरे घटनाक्रम से विपक्षी एकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। ये एनसीपी का आंतरिक मामला है। मुझे पूरा भरोसा है कि शरद पवार इस स्थिति को अच्छे तरह से संभाल लेंगे। वेणुगोपाल ने विपक्षी एकता की अगली बैठक पर कहा कि, हम जल्द ही तारीख घोषित करेंगे। हम सभी राजनीतिक दलों से बात कर रहे हैं और तारीख की घोषणा बिना किसी देरी के की जाएगी। मानसून सत्र शुरू होने से पहले बैठक जरूर होगी।
बीजेपी ने फेयर एंड लवली योजना चलाई- कांग्रेस
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल यहीं नहीं रूके। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि, हाल ही में पीएम मोदी ने एनसीपी पर भ्रष्टाचार को लेकर आरोप लगाया था लेकिन अब क्या हुआ सभी निर्दोष हो गए। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि, हम पीएम मोदी से पूछना चाहते हैं कि वो एक दिन पहले ही कह रहे थे कि 70,000 करोड़ भ्रष्ट लोग इक्ट्ठे बैठे हुए हैं तो उसमें से अब कितने कम हो गए। ये बीजेपी ने जो फेयर एंड लवली की योजना चला रखी है जिसे पूरा देश देख रहा है।
खेड़ा ने आगे कहा कि, पहले आप लोगों को भ्रष्ट कहते हो और फिर उनको ईडी या सीबीआई का नोटिस भेजवा देते हो और रेड करवा देते हो और फिर उन्हें अपने पार्टी में शामिल कर लेते हैं और वो लोग साफ हो जाते हैं। चाहे वो हिमंता बिस्वा सरमा हो या अब जो शामिल हुए हैं, वो लोग हों।
Created On :   3 July 2023 1:22 PM IST