राजस्थान सियासत: राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हुए बालकनाथ! सोशल मीडिया पोस्ट से तेज हुई सियासी हलचल

राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हुए बालकनाथ! सोशल मीडिया पोस्ट से तेज हुई सियासी हलचल
  • बालकनाथ ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
  • कहा - चर्चाओं को नजरअंदाज करें
  • 10 दिसंबर को जयपुर में विधायक दल की बैठक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए अब तक 6 दिन हो चुके हैं। लेकिन बीजेपी ने इन तीनों ही राज्यों में सीएम के नाम का ऐलान नहीं किया है। बात करें राजस्थान की तो यहां मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में कई नेताओं के नामों की चर्चा हो रही है। जिनमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और बाबा बालकनाथ के नाम प्रमुख हैं। इस बीच बालकनाथ के एक ट्वीट से सूबे की सियासी हलचल तेज हो गई है।

बालकनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जनता-जनार्धन ने पहली बार सांसद व विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया। चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करें। मुझे अभी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।'

वहीं उनके इस बयान के राजनीतिक विश्लेषक अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। कुछ का कहना है कि इस पोस्ट से साबित हो गया है कि बालकनाथ मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर हो गए हैं। वहीं कुछ का मानना है कि असली फैसला विधायक दल की बैठक के बाद ही होगा। बता दें कि बालकनाथ ने 8 दिसंबर को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। विश्लेषकों के मुताबिक, शायद इसी मुलाकात से उन्हें ऐसे संकेत मिले होंगे कि वह मुख्यमंत्री का पद नहीं मिल पाएगा, जिस वजह से उन्होंने आज ये सोशल मीडिया पोस्ट किया हो।

मुख्यमंत्री की रेस अभी भी कई दावेदार

बालकनाथ के अलावा राजस्थान में और भी कई नाम हैं जो मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। इन नामों में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, किरोड़ी लाल मीणा, राज्यवर्धन सिंह राठौर और दिया कुमारी शामिल हैं। हालांकि 10 दिसंबर को जयपुर में होने वाली विधायक दल की बैठक होगी। जिसके बाद पता चल जाएगा कि आखिर राज्य की कमान किसके हाथ में होगी।

वहीं राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि बीजेपी आलाकमान वसुंधरा राजे को सीएम बनाना चाहती तो नतीजे के कुछ समय बाद उनका नाम घोषित कर देती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल, आलाकमान का मानना है कि इस चुनाव में बीजेपी को जीत किसी स्थानीय नेता नहीं बल्कि पीएम मोदी के नाम पर मिली है। ऐसे में माना जा रहा है कि वसुंधरा को सीएम के अलावा और कोई सम्मानित पद दिया जा सकता है या फिर उनके लड़के दुष्यंत सिंह उपमुख्यमंत्री का पद दिया जा सकता है।

Created On :   9 Dec 2023 12:15 PM IST

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