Baba Siddique Shot Dead: बाबा सिद्दीकी की मौत से महाराष्ट्र की सियासत में आया उबाल, CM एकनाथ शिंदे से लेकर शरद पवार तक की प्रतिक्रिया आई सामने

बाबा सिद्दीकी की मौत से महाराष्ट्र की सियासत में आया उबाल, CM एकनाथ शिंदे से लेकर शरद पवार तक की प्रतिक्रिया आई सामने
  • मुंबई में बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या
  • एनीसीपी नेता की हत्या मामले में दो आरोपी गिरफ्तार
  • राजनीतिक दिग्गजों की आ रही प्रतिक्रिया

डिजिटल डेस्क, मुंबई। एनसीपी पार्टी (अजीत गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई के बांद्रा ईस्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उनकी हत्या के बाद महाराष्ट्र के सियासत में भूचाल आ गया है। एनसीपी नेता की सरेआम हत्या पर कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। विपक्ष सत्ताधारी महायुति सरकार पर जमकर हमलावर है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना और एनसीपी (शरद गुट) ने राज्य में कानून व्यव्स्था को लेकर गंभीर सवाल उठा रही है। इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाबा सिद्दीकी के हत्या मामले में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने मामले की जांच में कड़े निर्देश जारी किए है। महाराष्ट्र की राजनीति में सालों से सक्रिय बाबा सिद्दकी ने अपने करियार की शुरूआत कांग्रेस से की थी। वह 48 सालों तक कांग्रेस के साथ रहें। फिर इस साल उन्होंने कांग्रेस में नाराजागी के चलते डिप्टी सीएम अजीत पवार की एनसीपी का दामन थाम लिया था। आइए जानते हैं सूबे की सियासत में उनके अब तक का राजनीतिक सफर के बारे में

आघाड़ी सरकार में थे राज्य मंत्री

प्रदेश के पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी 10 फरवरी, 2024 को कांग्रेस छोड़कर राकांपा (अजित) में शामिल हुए थे। राकांपा (अजित) के कार्याध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल के कहने पर सिद्दीकी ने पाला बदला था। राकांपा (अजित) आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी के मुस्लिम चेहरे के रूप में उन्हें आगे कर रही थी। सिद्दीकी लगभग 48 साल तक कांग्रेस में थे। कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में सिद्दीकी 2014 के विधानसभा चुनाव में बांद्रा (पश्चिम) सीट पर हार गए थे। लेकिन वह कांग्रेस के टिकट पर 1999, 2004 और 2009 के विधानसभा चुनाव में निर्वाचित हुए थे। वह 2000 में मुंबई के म्हाडा बोर्ड के चेयरमैन थे। वह कांग्रेस-राकांपा आघाडी सरकार में 2004 में राज्य मंत्री बने थे। इसके बाद सिद्दीकी 2008 तक खाद्य, नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए विभाग के राज्य मंत्री थे। उससे पहले सिद्दीकी मुंबई मनपा में कांग्रेस के नगरसेवक भी रह चुके थे।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जताया शोक

बाबा सिद्दीकी की हत्या पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुख जताया है। उन्होंने कहा,

"बाबा सिद्दीकी पर जानलेवा हमले की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी। इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर आरोपियों को सख्त सजा दी जाएगी।"

सीएम शिंदे ने आगे कहा, "सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक अभी भी फरार है। कोई भी कानून व्यवस्था को अपने हाथ में नहीं ले सकता। मुंबई पुलिस को सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।"

शरद पवार ने हत्या पर उठाए सवाल

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने बाबा सिद्दीकी की दुख व्यक्त किया है। उन्होंने महायुति गठबंधन की सरकार पर सवाल उठाते हुए राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था को चिंताजनक बताया है। एक्स पर पोस्ट करते हुए शरद पवार ने लिखा, "प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था चिंता का विषय है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या करना दुखद है। अगर गृह मंत्री और शासक राज्य की गाड़ी को इतनी नरमी से आगे बढ़ाएंगे तो यह आम लोगों के लिए खतरे की घंटी हो सकती है। इसकी न सिर्फ जांच करने की जरूरत है बल्कि जिम्मेदारी स्वीकार कर सत्ता में बैठे लोगों को पद छोड़ने की भी जरूरत है। बाबा सिद्दीकी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।"

असदुद्दीन ओवैसी ने दी प्रतिक्रिया

बाबा सिद्दीकी की हत्या पर AIMIM पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट में लिखा, "बाबा सिद्दीकी की हत्या बेहद निंदनीय है। यह महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को दर्शाता है। अल्लाह उन्हें मगफिरत अता करे। उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति मेरी संवेदनाएं।

Created On :   12 Oct 2024 8:34 PM GMT

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