चुनाव रिजल्ट: यूपी में अप्रत्याशित हार के बाद भाजपा ने दो सहयोगी दलों से बनाई दूरी! इन सहयोगियों को एनडीए की बैठक का नहीं मिला न्यौता?

यूपी में अप्रत्याशित हार के बाद भाजपा ने दो सहयोगी दलों से बनाई दूरी! इन सहयोगियों को एनडीए की बैठक का नहीं मिला न्यौता?
  • यूपी में लगा एनडीए को झटका
  • सहयोगी दलों का परफॉर्मेंस भी डमाडोल
  • आज की बैठक में दो सहयोगियों से किनारा?

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे काफी शॉकिंग रहे। एग्जिट पोल्स के अनुमान धरे के धरे रह गए। 400 पार का नारा देने वाली एनडीए 300 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई। हालांकि 240 सीटों के साथ भाजपा अब भी सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन, अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा छूने में नाकामयाब रही। भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश से लगा। राम मंदिर बनने के बावजूद पार्टी को वोट नहीं मिला। यही नहीं पार्टी फैजाबाद सीट भी हार गई जिसमें अयोध्या का क्षेत्र भी शामिल है। इसके बाद रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी ने प्रदेश की दो सहयोगी पार्टी से किनारा कर लिया है। खबरों की मानें तो आज बुधवार (5 जून) को दिल्ली में आयोजित एनडीए की बैठक में यूपी के दो सहयोगी दलों को नहीं बुलाया गया है।

इन दो दलों को नहीं बुलाया गया

यूपी में भारतीय जनता पार्टी ने चार सहयोगी दलों के साथ चुनाव लड़ा था। आरएलडी ने दोनों ही सीट पर जीत हासिल की तो वहीं अपना दल सोनेलाल ने दो में से एक सीट पर जीत दर्ज की है। वहीं एक सीट पर चुनाव लड़ने वाली सुभाषपा और बीजेपी के चिन्ह पर निषाद पार्टी के उम्मीदवार हार गए। जिसके बाद अब खबर आ रही है कि एनडीए ने आज की बैठक में सुभाषपा और निषाद पार्टी को नहीं बुलाया है। दावा किया जा रहा है कि यूपी में पार्टी की खराब परफॉर्मेंस के बीच भाजपा ने हासने वाली सहयोगी दलों (सुभाषपा और निषाद पार्टी) को आज दिल्ली में आयोजित एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया है।

यूपी में चार दलों के साथ गठबंधन

यूपी में बीजेपी ने इस बार चार सहयोगी दलों के साथ लोकसभा चुनाव लड़ा था। पार्टी ने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी), सुहेलदेव समाज पार्टी (सुभाषपा), अपना दल सोनेलाल और निषाद पार्टी के साथ गठबंथन किया था। प्रदेश की 80 सीटों में से 6 सीटों पर सहयोगी दलों ने चुनाव लड़ा था। ओम प्रकाश राजभर की सुभाषपा को एक, जयंत चौधरी की आरएलडी को दो और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की अपना दल सोनेलाल को भी दो सीटें दी गई थी। निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद ने बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर संतकबीर नगर सीट से चुनावी रण में उतरे थे।

निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद और घोषी सीट से उम्मीदवार सुभाषपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को हार का सामना करना पड़ा। अपना दल सोनेलाल की अनुप्रिया पटेल (केंद्रीय मंत्री) ने मिर्जापुर सीट पर 37 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की वहीं इसी पार्टी की रिंकी कोल रॉबर्ट्सगंज सीट से हार गई। आरएलडी ने बिजनौर और बागपत दोनों सीटों पर जीत हासिल की है।

Created On :   5 Jun 2024 11:17 AM IST

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