हिमाचल संकट: कांग्रेस के 6 बागी विधायक समेत 4 निर्दलीय हिमाचल से उत्तराखंड पहुंचे, नहीं खत्म हो रही है पार्टी की मुश्किलें
- हिमाचल कांग्रेस पर संकट के बादल
- भाजपा शासित उत्तराखंड पहुंचे बागी विधायक
- बस में तीन निर्दलीय समेत कुल 11 विधायक सवार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के 6 विधायकों ने बीते दिनों राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की। इस वजह से कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को हार का सामना करना पड़ा। पार्टी के लिए यह हार काफी शर्मनाक रही क्योंकि 6 कांग्रेस विधायकों ने खुद की पार्टी छोड़कर भाजपा के प्रत्याशी को वोट दिया। इस संकट से उबरने के लिए पार्टी ने भूपेश बघेल समेत कई दिग्गज कांग्रेस नेताओं को हिमाचल भेजा था। इन नेताओं ने स्थिति का आंकलन कर एक रिपोर्ट कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को भेजा था। उस समय लगा कि कांग्रेस ने हिमाचल में आए संकट से पार पा लिया है।
ताजा हलचल से ऐसा लग रहा है कि खतरा सिर्फ कुछ समय के लिए टला गया था लेकिन, खत्म नहीं हुआ था। हिमाचल के 6 कांग्रेस विधायक अन्य 4 निर्दलीय समेत कुल 11 विधायक आज सुबह हिमाचल प्रदेश से भाजपा शासित राज्य उत्तराखंड पहुंचे। सभी 11 विधायक हरियाणा की नंबर प्लेट वाली एक बस से ऋषिकेश के ताज होटल पहुंचे हैं। आपको बता दें, पिछले महीने 6 कांग्रेसी नेता और 3 निर्दलीय विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में वोटिंग की थी।
सीएम सुक्खू को किया गया था दिल्ली तलब
बागी विधायकों के आज उत्तराखंड पहुंचने से ठीक दो दिन पहले गुरुवार को कांग्रेस की केंद्रीय नेतृत्व ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को दिल्ली तलब किया था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस दौरान हिमाचल सीएम ने राज्य की राजनीतिक परिस्थिति से जुड़ी एक रिपोर्ट हाईकमान को सौंपी थी। इस मीटिंग में राजनीतिक संकट से लेकर लोकसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। मीटिंग के बाद बागी विधायकों को पार्टी में वापस लेने के सवाल पर सीएम ने कहा था, "अगर किसी को अपनी गलती का एहसास होता है तो वह व्यक्ति एक और मौके का हकदार है।" इससे पहले सुक्खू सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने बयान में कहा था कि उन्होंने बागी विधायकों और पार्टी आलाकमान के बीच मध्यस्थता की है और अब गेंद राष्ट्रीय नेतृत्व के पाले में है।
स्पीकर ने किया था अयोग्य घोषित
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस विधायकों के भाजपा के पक्ष में वोटिंग करने के बाद विधानसभा स्पीकर ने सभी 6 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था। इसके बाद सभी बागी विधायक स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पार्टी से बगावत करने वाले विधायकों में सुधीर शर्मा, राजिंदर राणा, इंदर दत्त लखनपाल, रवि ठाकुर, चेतन्य शर्मा और देविंदर कुमार भुट्टो के नाम शामिल हैं। इन विधायकों के क्रॉस वोटिंग के चलते बहुमत होने के बावजूद राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी को हार का सामना करना पड़ा वहीं भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन ने जीत हासिल की।
Created On :   9 March 2024 3:16 PM IST