व्यापार: एनपीसीआई इंटरनेशनल ने 'मैग्नाटी' संग की साझेदारी, पश्चिम एशियाई देश में मिलेगी यूपीआई सुविधा

एनपीसीआई इंटरनेशनल ने मैग्नाटी संग की साझेदारी, पश्चिम एशियाई देश में मिलेगी यूपीआई सुविधा
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की अंतरराष्ट्रीय शाखा एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) बेस्ड भुगतान समाधान प्रदाता 'मैग्नाटी' के साथ रणनीतिक साझेदारी का ऐलान किया है।

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की अंतरराष्ट्रीय शाखा एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) बेस्ड भुगतान समाधान प्रदाता 'मैग्नाटी' के साथ रणनीतिक साझेदारी का ऐलान किया है।

इस साझेदारी के तहत पश्चिम एशियाई देश में आने वाले भारतीयों को लेनदेन के लिए यूपीआई का इस्तेमाल करने की सुविधा दी जाएगी।

एनआईपीएल के अनुसार, फिनटेक फर्म मैग्नाटी के सहयोग से यूएई में पॉइंट-ऑफ-सेल (पीओएस) टर्मिनलों के जरिए क्यूआर बेस्ड यूपीआई मर्चेंट पेमेंट संभव हो सकेगा। इस साझेदारी के साथ, एनआईपीएल हर साल दुबई और यूएई की यात्रा करने वाले 1.20 करोड़ से अधिक भारतीयों को आसान भुगतान विकल्प प्रदान कर सकता है।

ग्लोबल पेमेंट नेटवर्क में भारतीय समाधान को जोड़ने के साथ यूएई के व्यापारी बढ़ते भारतीय ग्राहक बेस को अपनी सेवाएं देते हुए फायदा उठा सकेंगे। यह साझेदारी शुरू में दुबई ड्यूटी फ्री में यूपीआई स्वीकृति प्रदान करेगी, जिससे भारतीय टूरिस्ट का शॉपिंग और पेमेंट एक्सपीरियंस बेहतर होगा। इस कदम के साथ रिटेल, आतिथ्य, परिवहन, सुपरमार्केट जैसी प्रमुख मर्चेंट कैटेगरी में भविष्य के विस्तार का मार्ग प्रशस्त होगा।

यूपीआई को दुनिया की सबसे सफल रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम में से एक माना जाता है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा हाल ही में दी गई जानकारी के अनुसार, यूपीआई के जरिए लेनदेन की संख्या दिसंबर में मासिक आधार पर 8 प्रतिशत बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर 16.73 अरब पर आ गई।

दिसंबर में यूपीआई ट्रांजैक्शन की वैल्यू मासिक आधार पर 8 प्रतिशत बढ़कर 23.25 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो कि नवंबर में 21.55 लाख करोड़ रुपये थी। वहीं, पूरे 2024 के लिए यूपीआई लेनदेन की संख्या 2023 में 118 अरब की तुलना में लगभग 46 प्रतिशत बढ़कर 172 अरब हो गई है। इस दौरान यूपीआई लेनदेन की वैल्यू 35 प्रतिशत बढ़कर 247 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो कि 2023 में 183 लाख करोड़ रुपये थी।

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Created On :   16 Jan 2025 12:30 PM IST

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