शिक्षा: जेईई मेंस रिजल्ट 2025 राजस्थान कोटा से सात छात्रों ने प्राप्त किया 100 पर्सेंटाइल, बताई अपनी स्ट्रेटजी

जेईई मेंस रिजल्ट 2025  राजस्थान कोटा से सात छात्रों ने प्राप्त किया 100 पर्सेंटाइल, बताई अपनी स्ट्रेटजी
देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस 2025 के जनवरी सेशन का रिजल्ट शनिवार को जारी हो गया। इस बार 24 छात्रों ने 100 पर्सेंटाइल (300 में से 300 अंक) प्राप्त करके टॉपर बने हैं। सबसे ज्यादा सात टॉपर राजस्थान के हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए अपनी पढ़ाई की स्ट्रेटजी के बारे में बताया।

कोटा, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस 2025 के जनवरी सेशन का रिजल्ट शनिवार को जारी हो गया। इस बार 24 छात्रों ने 100 पर्सेंटाइल (300 में से 300 अंक) प्राप्त करके टॉपर बने हैं। सबसे ज्यादा सात टॉपर राजस्थान के हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए अपनी पढ़ाई की स्ट्रेटजी के बारे में बताया।

कोटा से कोचिंग कर रहे ओम प्रकाश बेहरा ने जेईई मेंस में 300 में से 300 अंक हासिल कर पूरे देश में टॉप कर इतिहास रचा है। बेहरा ओडिशा के भुवनेश्वर के रहने वाले हैं। इस उपलब्धि के बाद अब वे जेईई एडवांस की तैयारी में जुट गए हैं। ओम प्रकाश बोहरा के साथ सक्षम जिंदल ने एआईआर-10, अर्नव सिंह ने एआईआर-11, राजित गुप्ता ने एआईआर-16, मोहम्मद अनस ने एआईआर-17, लक्ष्य शर्मा ने एआईआर-22 हासिल क‍िया है।

ओम प्रकाश बेहरा ने आईएएनएस को बताया, "मैं कोटा पढ़ने के लिए आया था। तीन साल की मेहनत के बाद मुझे फाइनल रिजल्ट मिला। मैं इसके लिए कोटा को बहुत श्रेय देना चाहूंगा। यहां का माहौल और टीचर से बहुत सपोर्ट मिला। मैंने मोबाइल का उपयोग नहीं किया। मुझे लगा कि मैं मोबाइल का सही उपयोग नहीं कर पाऊंगा, इसलिए उससे दूर रहा। लेकिन अगर कोई इसका सही उपयोग करता है, मोबाइल को लत नहीं बनाता है, तो वो इसका उपयोग कर सकता है। मैंने रोजाना 8 से 10 घंटे की पढ़ाई की।"

उन्होंने अन्य छात्रों को सलाह दिया कि अगर कोई पढ़ाई के इरादे से कोटा आ रहा है, तो उसे पढ़ाई में अपना बेस्ट देना चाहिए। जो रिजल्ट आया, उस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है।

जेईई मेंस में 300 में से 295 अंक प्राप्त करने वाले अर्नव सिंह ने अपनी सफलता का श्रेय अध्यापकों को दिया। उन्होंने तनाव से दूरी, नियमित पढ़ाई और अध्यापकों के गाइडेंस को अपनी सफलता का राज बताया।

एक अन्य छात्र ने बताया, "पढ़ाई करने में टीचर का बहुत सहयोग रहा। जब हमें कोई वर्क मिलता था, तो कोशिश रहती थी कि पूरे ध्यान के साथ उसे पूरा किया जाए। कोटा अच्छी जगह है, यहां पर अच्छे बच्चों का संगम है। सभी को अच्छा कंपटीशन मिलता है, जो रिजल्ट दिखाता है।"

अन्य छात्रों ने भी आईएएनएस से बात करते हुए अपनी सफलता में कोटा के माहौल को टीचर्स की भूमिका की तारीफ की।

बता दें कि राजस्थान के सात छात्रों के अलावा तेलंगाना, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से 3-3 छात्र टॉप स्कोरर रहे,जबकि पश्चिम बंगाल, दिल्ली और गुजरात से 2-2 उम्मीदवारों ने शानदार प्रदर्शन किया। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से 1-1 छात्र टॉप स्कोरर के रूप में सामने आए।

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Created On :   19 April 2025 7:25 PM IST

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