पीएम मोदी 16 जनवरी को आंध्र में एनएसीआईएन परिसर का करेंगे उद्घाटन
अमरावती, 15 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के पलासमुद्रम में मंगलवार को राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी (एनएसीआईएन) के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे।
मोदी भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) के 74वें और 75वें बैच के अधिकारी प्रशिक्षुओं के साथ-साथ भूटान की रॉयल सिविल सेवा के अधिकारी प्रशिक्षुओं के साथ भी बातचीत करेंगे।
वह एनएसीआईएन में प्राचीन वस्तुओं की तस्करी अध्ययन केंद्र, नारकोटिक्स अध्ययन केंद्र और वन्यजीव अपराध जांच केंद्र का दौरा करेंगे।
मोदी एक्स-डे का भी दौरा करेंगे और सुविधा केंद्र पर स्क्रीनिंग सेंटर का निरीक्षण करेंगे। वह एक पौधा भी लगाएंगे और निर्माण श्रमिकों के साथ बातचीत करेंगे।
वह फ्लोरा ऑफ पलासमुद्रम नामक पुस्तक का विमोचन भी करेंगे। सार्वजनिक समारोह में वह एनएसीआईएन को मान्यता प्रमाणपत्र सौंपेंगे और सभा को संबोधित करेंगे।
कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस.ए. नज़ीर, मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भी भाग लेने की संभावना है।
अपने आगमन के तुरंत बाद, दोपहर लगभग 1:30 बजे, प्रधानमंत्री लेपाक्षी में वीरभद्र मंदिर का दौरा करेंगे। बाद में वह एनएसीआईएन के नए परिसर का उद्घाटन करने के लिए पलासमुद्रम पहुंचेंगे।
अधिकारियों ने प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए विस्तृत व्यवस्था की है। जिला कलेक्टर पी. अरुण बाबू और पुलिस अधीक्षक माधव रेड्डी ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
आंध्र प्रदेश में एनएसीआईएन की स्थापना को केंद्र द्वारा आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2014 के तहत मंजूरी दी गई थी। 2015 में तत्कालीन अविभाजित अनंतपुर जिले में पलासमुद्रम के पास सुविधा के लिए आधारशिला रखी गई थी।
निर्मला सीतारमण ने 2022 में एनएसीआईएन के भूमि पूजा समारोह में भाग लिया था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि अकादमी के लिए पहले चरण में 729 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री अकादमी जहां आईएएस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाता है और आईपीएस अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल अकादमी की तरह, पलासमुद्रम में एनएसीआईएन सितंबर 2023 से शुरू होने वाले विश्व मानकों के साथ आईआरएस प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
यह अकादमी 500 एकड़ में फैली है। यह अप्रत्यक्ष कराधान (सीमा शुल्क, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और वस्तु एवं सेवा कर) और नारकोटिक्स नियंत्रण प्रशासन के क्षेत्र में क्षमता निर्माण के लिए केंद्र सरकार की सर्वोच्च संस्था है। राष्ट्रीय स्तर का विश्व स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) के अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय सहयोगी सेवाओं, राज्य सरकारों और भागीदार देशों को प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इस नए परिसर के जुड़ने से, एनएसीआईएन प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए नए युग की प्रौद्योगिकियों जैसे संवर्धित और आभासी वास्तविकता, ब्लॉक-चेन के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा।
--आईएएनएस
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Created On :   15 Jan 2024 4:08 PM IST