करोड़ों की जायदाद की मालकिन की दिल दहलाने वाली मौत, जानकारी मिलने तक कंकाल में बदल चुकी थी महिला, 15 साल से रह रही थी अकेली
- सौतेले भाई-बहनों से नहीं था अच्छा रिश्ता
डिजिटल डेस्क, आगरा। उत्तरप्रदेश के आगरा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला का नरकंकाल बरामद हुआ है। महिला करीब 15 साल से शहर की नॉर्थ विजय नगर कॉलोनी स्थित अपनी कोठी में अकेली रह रही थी। बताया जा रहा है कि बीते 5 महीनों से महिला की किसी भी तरह की कोई गतिविधि नहीं दिखाई दे रही थी, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंची तो उसे कोठी के अंदर से कंकाल मिला। बरामद हुए कंकाल की हालत ऐसी थी कि उस पर कपड़े तक नहीं बचे थे।
करोड़ों की मालकिन थी मृतक महिला
मृतक महिला का नाम निर्मल देवी था। वह आगरा के पॉश इलाके विजय नगर कॉलोनी में कोठी संख्या 67 में रहती थी। महिला आविवाहित थी और जिस कोठी में वो रहती थी वह उसके पिता की थी। वह अपने पिता की दूसरी पत्नी की संतान थी। उसके पिता की पहली पत्नी के बच्चे गाजियाबाद में रहते हैं। अपने पिता के जिस मकान में महिला रहती थी उसकी कीमत करोड़ों में है। 15 साल पहले अपनी मां के गुजरने के बाद से ही महिला 500 वर्ग गज की कोठी में अकेली रह रही थी।
दो महीने से नहीं निकली थी घर से बाहर
पड़ोसियों के मुताबिक पिछले साल अगस्त के महीने से ही महिला की किसी भी तरह की कोई गतिविधि नजर नहीं आ रही थी। इसके पहले महिला जरूरी सामान लेने के लिए कभी-कभी अपने कोठी से बाहर जरूर निकलती थी। लेकिन जब महिला कई दिनों से बाहर नहीं निकली तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद 16 फरवरी को पुलिस दरवाजा तोड़कर कोठी के अंदर घुसी। जहां पीछे की तरफ बने कमरे से महिला का कंकाल बरामद किया गया। पुलिस ने कंकाल को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
भाई ने दी पुलिस को सूचना
हरीपर्वत थाना के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि 16 फरवरी को गाजियाबाद निवासी रणवीर ने पुलिस को इस संबंध में सूचना दी। उसने बताया कि वह अपनी 65 वर्षीय बहन निर्मल से मिलने आए थे। उन्होंने काफी देर तक कोठी का दरवाजा खटखटाया। जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद जब पुलिस महिला की कोठी पर पहुंची तो मेन गेट का दरवाजा बंद मिला। जिसके बाद दो पुलिस कॉन्स्टेबल गेट फांदकर घर के अंदर गए और ताला तोड़ा। इसके बाद जब पुलिस की टीम ने कोठी के अंदर प्रवेश किया। अंदर से बहुत बुरी दुर्गंध आ रही थी। छानबीन करने के बाद पुलिस को कोठी के पीछे वाले हिस्से में बने कमरे से निर्मल का कंकाल मिला।
इंस्पेक्टर अरविंद कुमार के मुताबिक, जब महिला के बारे मे पड़ोसियों और इलाके के दुकानदारों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने पिछले कई महीनों से निर्मल को नहीं देखा था। वह अपनी कोठी में अकेली रहती थी। एक दुकानदार ने बताया कि उसने सावन के महीने में निर्मल देवी को देखा था, इस दौरान उसने निर्मल को नमस्ते भी किया था।
सौतेले भाई-बहनों से नहीं था अच्छा रिश्ता
नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक, विजय नगर कॉलोनी की रहने वाली शशि देवी ने बताया कि निर्मल देवी का परिवार करीब 50 साल से इसी कॉलोनी में रहता था। निर्मल के माता-पिता शाम के समय कॉलोनी की सड़कों पर टहलते थे। उन्होंने बताया कि निर्मल ने दयालबाग यूनिवर्सिटी से पीएचडी की थी। जिसके बाद वह एक स्कूल में पढ़ाने लगी। उसने शादी नहीं की। अपने माता-पिता की मौत के बाद वह अकेले ही इतनी बड़ी कोठी में रह रही थी। उसकी अपने सौतेले भाई-बहनों से भी नहीं पटती थी। उन सभी ने उससे दूरी बना ली थी।
डेढ़ महीने पहले मिलने आया था सौतेला भाई
निर्मल देवी के सौतेले भाई रणवीर ने पुलिस को बताया कि वह करीब डेढ़ महिने पहले निर्मल से मिलने आए थे। घर पर ताला लगा देखकर उसने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद 16 फरवरी को रणवीर दोबारा अपने पूरे परिवार के साथ निर्मल से मिलने आए लेकिन इस बार भी जब घर में ताला लगा मिला तो उसने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने आशंका जताई है कि करीब दो महीने पहले निर्मल की मौत हुई होगी। निर्मल की मौत कैसे हुई? इसका खुलासा तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा।
Created On :   18 Feb 2023 11:38 AM GMT