बाजवा को गले लगाने वाले सिद्धू ने पाक पीएम को बताया बड़ा भाई, घिरे तो दे डाली घिसीपिटी सफाई
- सिद्धू के खिलाफ बीजेपी का 'हल्ला बोल'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की फितरत कहें या फिर सुर्खियों में बने रहने की महारत कि वे कुछ न कुछ ऐसा कर जाते हैं कि चाहे अनचाहें विवादों का हिस्सा बन ही जाते हैं। कई महीनों के अंतराल के बाद करतारपुर साहिब कॉरिडोर फिर खुला। पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी करतारपुर दर्शन करके लौटे। उनके बाद आप सांसद भगवंत मान भी करतारपुर गए। पर, किसी के आने जाने पर वो मजमा नहीं खिंचा जो सिद्धू के जाने और आने पर हुआ। वजह ये है कि सिद्धू ने वहां पहुंच कर ऐसा बयान दिया कि वे पलभर में ही सुर्खियों में छा गए। दिलचस्प ये है कि फिर उन पर जुबानी हमले तेज हुए, पर, आलाकमान से लेकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सब खामोश हैं।
इमरान बने भाईजान
सिद्धू अपने कुछ सहयोगियों के साथ करतारपुर साहिब कॉरिडोर के दौरे पर हैं। पाकिस्तान की सरहद के नजदीक पहुंचते पहुंचते शायद सिद्धू का पुराना भाईचारा फिर जाग गया। सिदधू ने कहा कि इमरान खान मेरा बड़ा भाई है, उसने मुझे बहुत प्यार दिया है। दरअसल करतारपुर पहुंचे सिद्धू का काफी गर्मजोशी से स्वागत हुआ उन पर फूल भी बरसाए गए। जिसके बाद फूले न समाए सिद्धू ने इमरान को अपना बड़ा भाई बताया।
बीजेपी का हमला
इस बयान के बाद जो होना था वो हुआ। बीजेपी सिद्धू पर फिर हमलावर हुई। बीजेपी ने कांग्रेस से सिद्धू पर कड़ी कार्रवाई की भी अपील की है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सिद्धू पाकिस्तान जाएं और इमरान खान का महिमामंडन न करें ऐसा कैसे हो सकता है। पात्रा ने कहा कि सिद्धू ने आज इमरान खान को बड़ा भाई कहकर संबोधित किया है ये करोड़ो हिंदुस्तानियों के लिए चिंता का विषय।
सिद्धू की सफाई ‘तब और अब’
इमरान खान के पाकिस्तान का सिरमौर बनने के बाद सिद्धू उनके शपथ ग्रहण में शामिल होने गए थे। तमाम विरोधों के बावजूद सिद्धू रूके नहीं थे। सिर्फ इतना ही नहीं। उस वक्त जनरल कमर जावेद बाजवा के गले मिलते भी नजर आए। नगरोटा और अमरनाथ अटैक के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले पाकिस्तानी आर्मी चीफ के साथ सिद्धू की ये गर्मजोशी किसी के गले नहीं उतरी। सिद्धू ने उस वक्त लौट कर यही कहा कि राई का पर्वत बनाने की कोशिश न की जाए।
इस बार जब सिद्धू ने इमरान को अपना बड़ा भाई बता कर जो अपने प्यार की मिसाल पेश की है उसके बाद भी उनकी सफाई कुछ इसी तरह की है। बस शब्द कुछ और हैं। इस बार सिद्धू ने कहा कि बात का बतंगड़ कोई भी बना सका है।
राहुल की खामोशी!
इमरान खान की ताजपोशी के वक्त बाजवा को गले लगाने वाले सिद्धू की चारों तरफ आलोचना हुई। उस वक्त के पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राशिद अल्वी सरीखे वरिष्ठ नेताओं ने सिद्धू की इस हरकत पर नाराजगी भी जाहिर की। लेकिन राहुल गांधी खामोश रहे। इस बार जब सिद्धू ने इमरान खान को अपना भाईजान बता दिया है तब फिर कई नजरें राहुल गांधी की तरफ उठ रही हैं। जो ये जानने के लिए बेताब हैं कि क्या राहुल इस बार कुछ बोलेंगे या वैसे ही खामोश रहेंगे।
Created On :   20 Nov 2021 4:30 PM IST