मौसम: शीतलहर से कांपी दिल्ली, 4.1 डिग्री पहुंचा पारा, हिमालय से आ रही बर्फीली हवाओं से उत्तर भारत में बढ़ेगी ठंड
- एयर क्वालिटी यानी हवा की गुणवत्ता में सुधार
- दिल्ली में सीजन का सबसे ठंडा दिन
- न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी और आसपास के इलाकों में सर्दी का कहर बढ़ने लगा है। मंगलवार को दिल्ली में सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। सुबह दिल्ली में न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सुबह दिल्ली-एनसीआर के कई इलाके बेहद घने कोहरे की चादर में ढके रहे। दृश्यता काफी कम दिखी और 100 मीटर दूर देखने में भी परेशानी हुई। सड़कों पर गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो चली है और लाइट्स ऑन करके चलना पड़ा। हालांकि, ठंडी हवाओं के चलते एयर क्वालिटी यानी हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, लेकिन दिल्ली में ठंड पिछले तीन दिन में प्रचंड हो गई है।
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में मंगलवार को पारा तेजी से गिरा। सोमवार यानी 14 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस था, जबकि रविवार को न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस था। बता दें कि जब भी मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे होता है और लगातार दो दिनों तक सामान्य से 4.5 डिग्री कम रहता है तो शीतलहर चलने की घोषणा की जाती है।
किस वजह से दिल्ली में लुढ़का पारा
दरअसल पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी हिमालयी रेंज - जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पड़ने वाले राज्यों में पिछले कुछ दिनों से भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है। आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि सर्दियों में जब भी एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र से गुजरता है, तो यह पूरे उत्तर पश्चिम भारत के तापमान में गिरावट की ओर ले जाता है।
तापमान अभी ओर गिरने का अनुमान
उत्तर भारत के मैदानी शहरों के लोगों को अगले दो-तीन दिन कड़ाके की ठंड के लिए तैयार रहना होगा, जिसके चलते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है और शुक्रवार तक इसके पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने का अनुमान है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली जैसे छोटे इलाकों में अगर एक दिन के लिए भी तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे या लगातार दो दिन तक सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम रहता है तो शीतलहर की घोषणा की जा सकती है।
राजस्थान में चुरू सबसे ज्यादा ठंडा रहा। यहां का न्यूनतन तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, दूसरे स्थान पर पिलानी रहा, जहां रात्रिकालीन तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस रहा। बीकानेर में न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस, गंगानगर में न्यूनतम तापमान 6.4, फलोदी में न्यूनतम तापमान 6.6, सीकर में 7 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 7.4 और अलवर में 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश में आदिवासी जिले लाहौल-स्पीति का प्रशासनिक केंद्र कीलोंग राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा। यहां का तापमान माइनस 6.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। किन्नौर जिले के कालपा में तापमान माइनस 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य में मनाली का न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस, डलहौजी का 1.4, कुफरी का 2.8 और शिमला का 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
Created On :   16 Dec 2020 1:01 AM IST