New CJI: सुप्रीम कोर्ट जज बीआर गवई बने भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की घोषणा

- सुप्रीम कोर्ट जज बीआर गवई बने भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की घोषणा
- केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल साझा की जानकारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार 29 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई को भारत का मुख्य न्यायाधीश घोषित कर दिया है। बता दें, बीआर गवई का कार्यकाल आगामी 14 मई से शुरु होगा। हालांकि, गवई को केवल छह महीनों के लिए भारत का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अपने आधिकारीक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म साझा की।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, "भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई को 14 मई, 2025 से भारत का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करते हुए प्रसन्नता हो रही है।"
In exercise of the powers conferred by the Constitution of India, the President is pleased to appoint Shri Justice Bhushan Ramkrishna Gavai, Judge of the Supreme Court of India as the Chief Justice of India with effect from 14th May, 2025.
— Arjun Ram Meghwal (@arjunrammeghwal) April 29, 2025
जानकारी के लिए बता दें, फिलहाल भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना हैं। उनका कार्यकाल आगामी 13 मई को समाप्त होगा। जिसके बाद बीआर गवई उनकी जगह इस पद को संभालेंगे। न्यायमूर्ति बीआर गवई भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। हालांकि, वे केवल छह महीने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य करेंगे क्योंकि उन्हें नवंबर 2025 में रिटायर होना है।
बता दें, न्यायमूर्ति गवई को 24 मई, 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। उनका जन्म 24 नवंबर, 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था। उनके पिता स्वर्गीय आरएस गवई बिहार और केरल के पूर्व राज्यपाल और एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता थे।
नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश ने अपना न्यायिक जीवन 14 नवंबर, 2003 को बॉम्बे उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में शुरू किया और 12 नवंबर, 2005 को स्थायी न्यायाधीश बने। उन्होंने मुंबई, नागपुर, औरंगाबाद और पणजी में पीठों की अध्यक्षता करते हुए 15 वर्षों से अधिक समय तक सेवा की है।
Created On :   29 April 2025 8:54 PM IST