जानिए पूरे साल भर में कब - कब है प्रदोष व्रत ? यहां देखिए डेट, शुभ मुहूर्त और सही पूजन विधि
डिजिटल डेस्क,भोपाल। भगवान शिव इतने भोले हैं कि वह केवल एक लोटे जल से ही प्रसन्न हो जाते हैं। यही कारण है की भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए लोग प्रदोष व्रत भी रखते हैं। इस व्रत से भगवान शिव प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। हर माहिने में दो बार प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस बार ये व्रत चैत्र पक्ष के शुक्ल पक्ष त्रयोदशी 14 अप्रैल 2022, गुरुवार के दिन पड़ रहा है। गुरुवार का दिन होने के कारण इसे गुरू प्रदोष व्रत कहा जाता है। प्रदोष व्रत की तिथि 14 अप्रैल सुबह 04:49 बजे से शुरु होकर 15 अप्रैल सुबह 03:55 मिनट तक रहेगी। प्रदोष व्रत के दौरान भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ समय 06:42 से रात्रि 09:02 बजे तक रहेगा।
गुरू प्रदोष व्रत का महत्व
गुरू प्रदोष व्रत विधि-विधान से रखने पर भक्त के जीवन से जुड़े सभी कर्ज दूर होते हैं। इतना ही नहीं, शिव की कृपा से उसकी आर्थिक स्थिति सुधरती है।
प्रदोष व्रत पूजन विधि
इस दिन प्रातः उठकर स्नान-ध्यान करके भगवान शिव के सामने प्रदोष व्रत का संकल्प लें। इसके बाद विधि-विधान से प्रदोष व्रत करें । शाम को भगवान शिव का ध्यान करें और पूजन करें। प्रदोष व्रत की कथा पड़े। इस दिन रुद्राक्ष की माला से शिव मंत्र का जाप करें।
साल 2022 में आगामी प्रदोष व्रत
14 अप्रैल 2022, गुरुवार– गुरु प्रदोष व्रत
28 अप्रैल 2022, गुरुवार– गुरु प्रदोष व्रत
13 मई 2022, शुक्रवार– शुक्र प्रदोष व्रत
27 मई 2022, शुक्रवार– शुक्र प्रदोष व्रत
12 जून 2022, रविवार– रवि प्रदोष व्रत
26 जून 2022, रविवार– रवि प्रदोष व्रत
11 जुलाई 2022, सोमवार– सोम प्रदोष व्रत
25 जुलाई 2022, सोमवार– सोम प्रदोष व्रत
09 अगस्त 2022, मंगलवार– भौम प्रदोष व्रत
24 अगस्त 2022, बुधवार– बुध प्रदोष व्रत
08 सितंबर 2022, गुरुवार– गुरु प्रदोष व्रत
23 सितंबर 2022, शुक्रवार– शुक्र प्रदोष व्रत
07 अक्टूबर 2022, शुक्रवार– शुक्र प्रदोष व्रत
22 अक्टूबर 2022, शनिवार– शनि प्रदोष व्रत
05 नवंबर 2022, शनिवार– शनि प्रदोष व्रत
21 नवंबर 2022, सोमवार– सोम प्रदोष व्रत
05 दिसंबर 2022, सोमवार– सोम प्रदोष व्रत
21 दिसंबर 2022, बुधवार – बुध प्रदोष व्रत
Created On :   12 April 2022 6:50 AM GMT